पाकिस्तान की अपने ही घर में मुश्किलें बढ़ गई है. दरअसल, सीपीईसी के तहत पाकिस्तान में काम कर रहीं करीब 25 चीनी कंपनियों ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हें 300 अरब रुपये के बकाए का भुगतान नहीं किया गया तो उन्हें इस महीने अपना परिचालन बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.