भारतीय राजनीति के मौजूदा परिप्रेक्ष्य को देखें तो कांग्रेस के अलावा कोई भी ऐसी पार्टी नही है जो दो से अधिक राज्यों की सत्ता परक़ाबिज़ हो, लेकिन केजरीवाल में वो कारनामा कर दिखाया है जो दूसरी पार्टियों नहीं कर पायीं हैं