आईवीएफ के इलाज से निसंतान दम्पति को मिलता है बच्चे का सुख : डॉ रिचा गोयल
डॉ रिचा गोयल रस्तोगी


बालाजी टेस्ट ट्यूब सेंटर में निसंतान दम्पति को जागरूक करने के लिए डॉ रिचा गोयल रस्तोगी (आईवीएफ स्पेशलिस्ट) ने पायनियर अलायन्स संवाददाता से बातचीत में बताया कि आईवीएफ का सक्सेस रेट बहुत अच्छा है. हमारे यहां मरीज  जितनी भी जरूरतें हैं वो बड़ी आसानी  पूरा कर सकते हैं. डॉ रिचा के मुताबिक आईवीएफ उन निसंतान दंपति को अपनाना चाहिए जिससे शुक्राणु कम हो या निल हो. महिलाओं में अंडों का समाप्त होना और भी इसका कारण है.

बालाजी टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर नियर एलडीए कॉलोनी कृष्णा नगर मेट्रो स्टेशन बालाजी कॉम्प्लेक्स के पीछे स्थित है. जहां निसंतान माता-पिता बच्चे होने की उम्मीद लेकर आते हैं. आईवीएफ से इलाज करने के लिए एक महिला की उम्र 50 वह पुरुष की उम्र 55 के अंदर होनी चाहिए. आईवीएफ या टेस्ट ट्यूब प्रक्रिया बच्चा बनाने के लिए सुरक्षित प्रक्रिया है. ना लंबी भर्ती न बेहोशी. इस प्रक्रिया से महिला का संपूर्ण ब्लड टेस्ट किया जाता है और एक दो जांच किया जाता है.



आईवीएफ सफलता के 15 साल हो गए हैं. जहां ज्यादातर लोगों पॉजीटिव रिजल्ट मिला है. आईवीएफ से जन्मे बच्चे सामान्य बच्चों की तरह होते हैं . उन्होंने बताया कि आज के आधुनिक तकनीक से हम लोग इस प्रक्रिया को करते हैं जिसका उच्चतम सक्सेस रेट 80 से 82 प्रतिशत है . हमारे भ्रूण पूर्ण स्वस्थ होते हैं. इसलिए समय को बर्बाद ना करके निःसंतान दम्पति हमारे आईवीएफ सेंटर पर आएँ और अपने जीवन व घर में खुशियां लाएं.

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