महिलाओं में होने वाले कैंसर के संकेत असामान्य और अस्पष्ट होते हैं, जिनमें ज्यादातर कैंसर पीरियड्स खत्म होने के बाद होते हैं। हालांकि, कई महिलाओं में ये कैंसर पीरियड्स खत्म होने से पहले भी हो सकते हैं। हालांकि, कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ सभी प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ता जाता है। ऐसे में इन बातों का ख्याल रखना जरूरी हो जाता है कि किसी भी उम्र में कैंसर से बचने के लिए किन बातों का ख्याल रखना जरूरी है।
क्या है यूटरीन कैंसर
यूटरीन कैंसर को एंडोमेट्रियल कैंसर या बच्चेदानी के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। ये तब होता है,जब गर्भाशय की आंतरिक परतों में मौजूद सेल्स में जेनेटिक बदलाव आता है और सेल्स आसामान्य रूप से विभाजित और विकसित होने लगती हैं, जिससे गर्भाशय में ट्यूमर बनने लगता है। यही ट्यूमर आगे चलकर कैंसर में बदल जाता है।
यूटरीन कैंसर के लक्षण
बार बार पेशाब का आना या फिर बाथरूम जाने की जरूरत महसूस होना यूटरीन कैंसर का संकेत हो सकता है।
असामान्य ब्लीडिंग होना
90% महिलाओं में होने वाले एंडोमेट्रियल कैंसर में असामान्य रूप से ब्लीडिंग का होना एक आम संकेत है। ऐसे में पीरियड्स के बीच बहुत ज्यादा ब्लीडिंग का होना या फिर सेक्स के दौरान ब्लीडिंग भी हो सकती है।
अचानक वेट लॉस होना
किसी डाइट प्लान को फॉलो किए बिना ही अगर अचानक से आपका वजन कम हो रहा है, तो ये यूटरीन कैंसर का संकेत हो सकता है।
लगातार थकान महसूस होना
किसी काम के बाद थकान का होना आम बात है, लेकिन बिना काम के ही अगर आपको हर वक्त थकान महसूस हो रही है, तो ये यूटरीन कैंसर का संकेत हो सकता है।
भूख न लगना
हर वक्त पेट भरा हुआ महसूस होना और भूख बिल्कुल भी न लगना भी एक अस्पष्ट संकेत हो सकता है।
पेट के निचले हिस्से में दर्द होना
पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द, बेचैनी, गैस, अपच, दबाव, सूजन और ऐंठन होना भी यूटरीन कैंसर का एक संकेत हो सकता है।