नई दिल्ली : अफगानिस्तान में तालिबान सरकार ने अफगान जेल में बंद दो अमेरिकी नागरिकों के बदले अपने दो नागरिकों की रिहाई की शर्त जो बाइडेन सरकार के सामने रखी है! अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक आधिकारिक सूचना में बताया कि उनकी जेल में दो अमेरिकी नागरिक बंद है और जिस तरह से अमेरिका अपने नागरिकों की रिहाई और सुरक्षा को लेकर चिंतित रहता है, इस तरह से अफगानिस्तान की तालिबान सरकार भी अपने नागरिकों की सुरक्षा और रिहाई चाहती है. लिहाजा उन्होंने इन दो अमेरिकी नागरिकों के बदले अमेरिकी सरकार से उनके ग्वांतानामो जेल में बंद दो अफगानी नागरिकों की रिहाई की मांग की है.
अफगान तालिबान ने जिन दो अफगानी नागरिकों की रिहाई की मांग की है, उनमें से एक मोहम्मद रहीम अफगानी शामिल है. रहीम अफगानिस्तान का नागरिक है और वह कुख्यात आतंकवादी संगठन और अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मन माने जाने वाले अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के खासम खास लोगों में एक है. रहीम अफगानी ओसामा का इतना खास था कि संगठन ने उसे अलकायदा के उस समूह का सदस्य बनाया हुआ था, जिसमें दुश्मनों के सामूहिक विनाश हथियार कार्यक्रम के तहत साजिश रची जाती थी और हथियार एकत्र किए जाते थे. इस कार्यक्रम के अंतर्गत एंथ्रेक्स को संशोधित करके उन्हें अपने दुश्मनों पर प्रयोग करने और जैविक और रासायनिक हथियार बनाने की योजनाएं भी शामिल थी.
पूरे AFG में फैले हैं अलकायदा के प्रशिक्षण शिविर…
अफगानी इस मामले में इस समूह के प्रमुख डॉक्टर अयमान अल जवाहरी का भी बेहद करीबी था. रहीम अफगानी को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के सहयोग से अमेरिका ने गिरफ्तार कर लिया था और उसके बाद से वह ग्वांतानामो जेल में बंद बताया जाता है. अफगानिस्तान की तालिबान सरकार द्वारा की गई इस मांग के बाद माना जा रहा है कि अफगानिस्तान में आतंकवादी संगठन अलकायदा का नियंत्रण धीरे-धीरे फिर बढ़ रहा है. खुफिया रिपोर्ट में बताया गया है कि अलकायदा की प्रशिक्षण शिविर अफगानिस्तान के पूर्वी इलाके में चल रहे हैं जो अफगानिस्तान में मौजूद तालिबान सरकार के एक मंत्री हक्कानी नेटवर्क के नियंत्रण में बताया जाता है.