इस्लामाबाद : पाकिस्तान आतंकियों को पालता है यह पूरी दुनिया जानती है. लेकिन हद तो तब हो गई जब ये सरेआम रैली करने लग गए. ऑपरेशन सिंदूर का खौफ ही है कि इन्हें अपने लोगों में दम भरने के लिए जनसभा करनी पड़ रही है. लाहौर में बुधवार को आतंकियों ने रैली निकाली. मंच पर मौजूद था वही चेहरा, जिस पर पहलगाम आतंकी हमले की साजिश रचने का आरोप है. लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर सैफुल्लाह कसूरी. इस रैली में वह अकेला नहीं था, बल्कि उसके साथ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के अफसर, लश्कर के अन्य आतंकियों के साथ पंजाब विधानसभा के स्पीकर मलिक अहमद खान भी थे. मंच पर ये तमाम चेहरे एक ही बात की गवाही दे रहे थे- भारत के खिलाफ जहर उगलना और ‘जिहाद’ का समर्थन करना.
नाकाम ऑपरेशन के बावजूद खुश है पाकिस्तान
इतना ही नहीं, उसने पाकिस्तान के भारत पर हमले की नाकाम कोशिश वाले ऑपरेशन की भी तारीफ की. भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जवाब में पाकिस्तान ने अटैक करने की कोशिश की थी, लेकिन वह पूरी तरह नाकाम साबित हुआ. भारत के किसी भी सैन्य ठिकाने पर वह हमला नहीं कर पाया. इससे बौखला कर उसने इंटरनेशनल बॉर्डर के पास रहने वाले आम नागरिकों के खिलाफ हमला किया. नाकाम ऑपरेशन के बावजूद पाकिस्तान अपनी जनता को ऐसा दिखा रहा है, मानो उसे कोई बड़ी जीत मिल गई है. ऑपरेशन की आड़ में पाकिस्तान के आतंकी गुट फंड इकट्ठा करने और युवाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं.
पाकिस्तान के दावे पर आती है हंसी
कसूरी के साथ रैली में उसके साथ मौजूद था लश्कर प्रमुख हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद. इस मंच की मौजूदगी में कसूरी ने पाकिस्तान की साइबर टीम की भी तारीफ की, जो भारत के रेलवे और संचार ढांचे को निशाना बनाने का दावा कर रही है. हालांकि जिन दावों से वह पाकिस्तान की अवाम को बेवकूफ बना रहे हैं, उसे सुनकर किसी को भी हंसी आ जाएगी. पाकिस्तान का दावा तो यहां तक है कि उसके साइबर हमले में 70 फीसदी भारत की बिजली गुल हो गई थी. बड़ी बात ये रही कि कसूरी के ऐसे बयान पाकिस्तान सरकार की शह और ISI की सुरक्षा में दिए गए. यह दुनिया के लिए एक और बड़ा संकेत है कि आतंक और पाकिस्तानी सत्ता का गठजोड़ वहां कितना गहरा है.
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