नई दिल्ली : दिल्ली के सीलमपुर मर्डर केस में पुलिस ने 2 महिलाओं सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें मुख्य आरोपी 'लेडी डॉन' जिकरा के साथ साहिल (18), जाहिदा (42), नफीश (32), सोहेब (35), अनीश (19), विकास (29) का नाम शामिल है. 17 और 15 साल के दो नाबालिग भी हिरासत में लिए गए हैं. इन गिरफ्तारियों के लिए दिल्ली पुलिस की कई टीमों ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद और अमरोहा समेत दिल्ली-एनसीआर में छापेमारी की है. तकनीकी निगरानी, सुराग और लोक इनपुट के आधार पर 20 अप्रैल को गिरफ्तारियां की गई हैं.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि 17 अप्रैल को करीब 7 बजे सीलमपुर में एक लड़के की चाकू घोंपकर हत्या के बारे में सूचना मिली थी. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पाया कि पीड़ित को उसके परिवार के सदस्यों द्वारा पहले ही जेपीसी अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. पीड़ित की पहचान कुणाल पुत्र राजवीर के रूप में हुई. उसकी उम्र 17 साल थी. उसके परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1)/3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया. जांच शुरू की गई.
इस घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए सीलमपुर थाने की पुलिस टीम के साथ ऑपरेशन विंग/एनई को भी शामिल किया गया. आरोपियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें गठित की गईं. जांच के दौरान विभिन्न स्रोतों से एकत्र किए गए साक्ष्यों के आधार पर घटना में शामिल संदिग्ध आरोपियों की पहचान की गई. 18 अप्रैल की शाम को मुख्य आरोपी 19 वर्षीय जिकरा को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद और अमरोहा सहित दिल्ली एनसीआर में छापेमारी की गई.
मृतक कुणाल के पिता राजवीर ने वारदात के बाद कहा था कि जिकरा ने उनके बेटे को एक बार जान से मारने की धमकी दी थी. इस धमकी की वजह नहीं पता थी. सीलमपुर की रहने वाली जिकरा इलाके में लेडी डॉन बनती थी. उसके बारे में बताया जा रहा है कि ये जेल में बंद गैंगस्टर हाशिम बाबा की पत्नी जोया के साथ रहती थी. जोया को पुलिस ने कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार किया था. जोया के जेल जाने के बाद जिकरा अपना गैंग बना रही थी. फिलहाल उसके साथ कुछ नाबालिग लड़के थे. उन्होंने ही कुणाल की हत्या की है.
लेडी डॉन जिकरा आर्म्स एक्ट के तहत जेल जा चुकी है. वो हत्या की इस वारदात से 15 दिन पहले ही रिहा हुई थी. वो हमेशा अपने साथ पिस्तौल रखती थी. जिकरा जेल से बाहर आने के बाद लाला नामक किसी शख्स की तलाश कर रही थी. बताया जा रहा है कि लाला ने उसके भाई को पीटा था. लाला और कुणाल दोस्त थे. मारपीट के समय वो भी मौजूद था, लेकिन नाबालिग होने के कारण उसके खिलाफ केस दर्ज नहीं हुआ. जिकरा हमले के लिए कुणाल जिम्मेदार मानती थी. यही वजह है कि उसने सबक सीखाने के लिए कुणाल की हत्या कर दी.