लखनऊ : हाथरस में सत्संग के बाद हुई भगदड़ के मामले में योगी सरकार नेबड़ा एक्शन ले लिया है. इस हादसे की एसआईटी रिपोर्ट सामने आने के बाद शासन ने सिकंदरामऊ एसडीएम, सीओ व तहसीलदार सहित 6 अधिकारी सस्पेंड कर दिए हैं. रिपोर्ट में खास तौर पर कहा गया है कि स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने आयोजन को गंभीरता से नहीं लिया. वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी समुचित जानकारी नहीं दी गई.
एसआईटी ने अपनी 300 पन्नों की रिपोर्ट में 125 लोगों के बयान दर्ज किए थे. इनमें हाथरस के डीएम आशीष कुमार, एसपी निपुण अग्रवाल से लेकर सत्संग की अनुमति देने वाले एसडीएम और सीओ सिकंदराराऊ और दो जुलाई को सत्संग की ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों के बयान भी शामिल थे. इस रिपोर्ट में सत्संग का आयोजन करने वाली कमेटी पर निशाना साधा गया था, जबकि इसमें सूरजपाल उर्फ साकार विश्व हरि का नाम ही नहीं था.
SIT की रिपोर्ट में हाथरस हादसे के लिए कार्यक्रम आयोजक को मुख्य जिम्मेदार तो बताया ही गया है, साथ ही स्थानीय प्रशासन की भी जवाबदेही तय की गई है. जांच समिति के रिपोर्ट के आधार पर योगी सरकार ने यह कार्रवाई की है. दो सदस्यीय जांच समिति द्वारा तैयार जांच रिपोर्ट में मुख्य तौर पर यह भी कहा गया है कि इस घटना में साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता है और इसमें गहन जांच की जरूरत है.