बहराइच में भेड़िये ने फिर लोगों पर किया हमला, 8 साल के मासूम की मौत, पूरा हाथ चबा डाला
सांकेतिक तस्वीर


बहराइच : उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद के महसी तहसील में करीब महीने बाद फिर से हिंसक भेड़ियों की दस्तक देखने को मिली है. रविवार रात घर के आँगन में अपनी मां के साथ सो रहे आठ साल के घनश्याम को आदमखोर भेड़िया उठा ले गया और उसका पूरा हाथ चबा डाला. घनश्याम घायल अवस्था में घर से एक किलोमीटर दूर मिला था. उसे इलाज के लिए बहराइच मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

मृतक घनश्याम के पिता ने बताया कि भेड़िये ने ही हमला किया था. उन्होंने बताया कि घनश्याम मां के साथ घर के आंगन में चारपाई पर लेता था. भेड़िये ने पालक झपकते ही घनश्याम को जबड़े में दबोच का भाग निकला. चीख सुनकर परिजन व ने ग्रामीण पीछे भागे. करीब एक किलोमीटर दूर घनश्याम गंभीर अवस्था में मिला. घनश्याम को तत्काल एम्बुलेंस की सहायता से मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां देर रात इलाज के दौरान घनश्याम की मौत हो गई. घनश्याम की मौत की खबर से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मां को अभी तक होश नहीं आया है. वहीं ग्रामीणों में दहशत का माहौल भी देखने को मिल रहा है.

इस साल भेड़िये ने किया पहला शिकार
गौरतलब है कि पिछले साल भी महसी तहसील के कई गांवों में हिंसक भेड़ियों का आतंक देखने को मिला था. इस बार भेड़िये ने महसी तहसील के सिसैय्या चूणामणि गांव में दस्तक दी है और पहला शिकार किया है. भेड़िए की फिर एंट्री से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. बता दें कि पिछले साल आदमखोर भेड़ियों में से पांच को पकड़ा गया था, जबकि एक भेड़िया मारा गया था. हालांकि, ग्रुप का सरदार लंगड़ा भेड़िया अभी तक पकड़ा नहीं गया.

पिछले साल भेड़िये के हमले में 10 बच्चों की मौत हुई थी
पिछले से जुलाई से लेकर अक्टूबर तक भेड़िये के हमले में 10 बच्चों की मौत हुई थी, जबकि 50 से अधिक घायल हुए थे. भेड़ियों के हमले के बाद सरकार की तरफ से गांव में कई घरों में दरवाजे भी लगाए गए थे. करीब तीन महीने तक भेड़ियों का आतंक देखने को मिला था. इस बार अप्रैल में ही भेड़ियों की दस्तक से वन विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है.

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