लखनऊ : राजधानी लखनऊ में मिशन रोजगार के तहत चयनित 550 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटने के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए चलाये गए ऑपरेशन सिंदूर पर बड़ा बयान दिया. नवनियुक्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत की झलक कल पूरी दुनिया ने देखी. विकसित भारत कैसा है… अगर कोई हमें छेड़ता हैं तो हम उसे छोड़ेंगे नहीं. नया भारत घर में घुसकर मारता है.
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग का हिस्सा बनने के लिए सभी को शुभकामनाएं. हर छात्र छात्रा का लक्ष्य होता है. लक्ष्य प्राप्ति के बाद खुशी मिलती है. एक प्रक्रिया के तहत आपका चयन हुआ है. पूरी प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर सिफारिश कराने की नौबत नहीं आई होगी. निष्पक्ष रूप से प्रक्रिया पूरी करके आप को नियुक्ति पत्र मिल रहा है. अकेले माध्यमिक शिक्षा में 40 हजार शिक्षक की भर्ती हुई है, इसमे 32 हजार करीब शिक्षक एडेड कॉलेजों में नियुक्त हुए हैं.
पिछले कुछ समय मे करीब 8 हजार माध्यमिक शिक्षक की भी नियुक्ति हुई है. इससे पहले बेसिक शिक्षा में करीब 1 लाख 23 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की है. चयन प्रक्रिया में निष्पक्षता पर कोई प्रश्न नही खड़ा हुआ. जिस निष्पक्ष पारदर्शी प्रक्रिया में आपका चयन हुआ है, उसी प्रक्रिया के तहत शासन भी आप से अपेक्षा करता है कि शिक्षा के उन्नयन करने का आप कार्य करेंगे. जब व्यक्ति नौकरी नहीं पाता तब तक तमाम तरीके के उलाहना देता है, लेकीन जैसे नौकरी पाता है, वह निष्क्रिय हो जाता है. इसलिए माध्यमिक शिक्षा कभी बदनाम हो चुकी थी. बेसिक शिक्षा विभाग वीरान हो चुका था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज शिक्षा विभाग में नवाचार का प्रयोग किया गया, इससे आमूल चूल परिवर्तन हुए. नींव ही अगर कमजोर हुई तो मजबूत भवन की कल्पना नहीं की जा सकती. प्रयास पहले किये जा सकते थे. शिक्षा पहले की सरकारों के एजेंडे में नहीं था. शिक्षा के साथ खिलवाड़ करना कुछ लोगों के लिए जुनून बन गया था. पहचान का संकट पैदा कर दिया गया था. आज नौजवान अपनी पहचान नहीं छिपाता. आज प्रदेश हर क्षेत्र में भारत में पहचान बना पाया है. हमने बेसिक शिक्षा विभाग में ऑपरेशन कायाकल्प शुरू किया. उस समय विद्यालय बंद होते जा रहे थे ,बच्चों की संख्या घट रही थी.
पहले नकल के लिए कुछ जिले बदनाम हो चुके थे. विद्यालय में शिक्षक नहीं होते थे, लेकिन परीक्षा के लिए हरियाणा जम्मू कश्मीर तक के विद्यार्थी आते थे. जब हमने पड़ताल किया तो पता लगा, ये प्रॉक्सी है. दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे थे. ये ठेके पर परीक्षा देते थे. जब कड़ाई की गई तो कई लाख लोगों ने परीक्षा छोड़ दी. मीडिया में भी काफी चला. समय कम करते हुए NEP के लक्ष्य को पूरा करने के लिए तकनीकी का प्रयोग करना है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत किसी को छेड़ता नहीं है, लेकिन अगर भारत के आंतरिक मामलों में कोई दखलंदाजी करता है तो उससे छोड़ता भी नहीं है. इसकी झलक कल आपने देखी होगी. पूरी दुनिया ने देखा विकसित भारत क्या कर सकता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में परिवर्तन और नवाचार के लिए जो भी अच्छे कदम उठाए जा सकते हैं, हमें उसी दिशा में आगे बढ़ना होगा.
(देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते है)