नई दिल्ली : केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को संकेत दिया कि एक साल बाद पहली बार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इस साल कटौती हो सकती है. पुरी ने कहा कि अगर कच्चे तेल की कीमतें मौजूदा स्तर पर बनी रहती हैं तो पेट्रोल और डीजल के दाम घट सकते हैं. गौरतलब है कि 14 मार्च को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई थी. उससे पहले, 22 मई 2022 को केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी घटाई थी, जिससे पेट्रोल पर 13 रुपये और डीजल पर 16 रुपये प्रति लीटर की राहत मिली थी.
हरदीप पुरी ने कहा, “आज मैं पूरी गंभीरता से कह सकता हूं कि अगर लोग पूछते हैं कि ईंधन की कीमतें कब और कम होंगी, तो मेरा जवाब होगा कि अगर यह प्रवृत्ति (कम कच्चे तेल की कीमतें) जारी रहती है, तो कीमतों में कटौती की उचित संभावना है.”
कम हो गया है कच्चे तेल का भाव
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, धन की कीमतों में कटौती की उम्मीदें सितंबर 2023 से बनी हुई हैं, जब वैश्विक बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई थीं. हालांकि, बीच-बीच में कीमतों में हल्की बढ़ोतरी देखी गई, लेकिन ज्यादातर समय यह 70-75 डॉलर प्रति बैरल के दायरे में बनी रही.
प्राइवेट कंपनियां दे रहीं छूट, सरकारी कंपनियां पीछे
दिलचस्प बात यह है कि जहां सरकारी तेल कंपनियों ने कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का फायदा ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया, वहीं निजी कंपनियां 3 रुपये प्रति लीटर तक की छूट देकर बाजार में अपनी पकड़ मजबूत कर रही हैं. अब देखना यह होगा कि सरकार कब तक पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने का फैसला लेती है या फिर लोगों को सस्ते ईंधन का इंतजार और लंबा करना पड़ेगा.
एलपीजी पर घाटे की भरपाई कर रही सरकार
पुरी ने यह भी बताया कि सरकार उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी दे रही है, जिससे सरकारी तेल कंपनियों को घाटे की भरपाई करने में मुश्किल हो रही है.
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