Vaginal Dischgarge से छुटकारा द‍िलाने में मदद करेंगे ये नुस्‍खे
फाइल फोटो


महिलाओं का शरीर कई पड़ाव से गुजरता है। हर उम्र में उनके शरीर में कई तरह के बदलाव देखने काे म‍िलते हैं। खासकर पीरियड्स से लेकर मेनोपॉज तक। इन्हीं बदलावों में से एक है वेजाइनल डिस्चार्ज, जिसे आमतौर पर सफेद पानी कहा जाता है। यह महिलाओं में एक सामान्य प्रक्रिया है, जो वेजाइना को साफ और स्वस्थ रखने में मदद करती है। यह प्राकृतिक रूप से बैक्टीरिया और संक्रमण से बचाव का काम करता है।

हालांकि, यह शरीर में हो रहे हार्मोनल उतार-चढ़ाव की ओर भी इशारा करता है। कुछ महिलाओं को यह समस्या पीरियड्स के बाद भी बनी रहती है, जिससे वे परेशान हो जाती हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे क‍ि ये स्थित‍ि सामान्‍य होती है या ये क‍िसी बीमारी की ओर संकेत करती है। इसके अलावा हम आपको ये भी बताएंगे क‍ि इससे प्राकृति‍क तरीके से कैसे बचा जा सके।

क्‍या होता है वेजाइनल ड‍िस्‍चार्ज

क्‍लीवलैंड क्‍ल‍िन‍िक के मुताब‍िक, वेजाइनल डिस्चार्ज महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान बदलता रहता है। सामान्य तौर पर ये पतला और पानीदार या गाढ़ा दिखाई दे सकता है। साफ, सफेद या ऑफ-व्हाइट होने पर भी ये सामान्‍य स्थित‍ि में होता है। अगर ये ज्यादा है तो ये चिंता की बात हो सकती है।

वेजाइनल डिस्चार्ज ज्यादा होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। हालांकि, इसके पीछे सबसे आम कारण वेजाइनल इन्फेक्शन है। वेजाइनल इन्फेक्शन कई प्रकार के हो सकते हैं, जैसे बैक्टीरियल, वायरल, फंगल, प्रोटोजोअल आदि। इसलिए सबसे पहले टेस्ट की मदद से इसका पता लगाया जाता है।

  • वेजाइनल डिस्चार्ज के कारण
  • यीस्‍ट इंफेक्‍शन
  • बैक्टीरियल वेजिनोसिस
  • डायबिटीज
  • प्राइवेट पार्ट्स को साफ न रखना
  • खून की कमी होने पर
  • कमजोर इम्यून सिस्टम होना
  • यूरिन में इन्फेक्शन
  • ओव्यूलेशन
  • तनाव होने पर
  • हार्मोनल असंतुलन
  • फंगल इंफेक्शन
  • बर्थ कंट्रोल दवाएं लेने पर
  • बैक्टीरियल वेजिनोसिस
  • डॉक्‍टर से लें सलाह

माहवारी के बाद सफेद पानी आना एक आम बात है। हालांक‍ि अगर इसके साथ खुजली, जलन, दर्द या अलग रंग का डिस्चार्ज होता है तो आपको डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाह‍िए। ब्राइट येलो, ग्रीनिश या व्हाइट ग्रे डिस्चार्ज होने पर भीर एक्‍सपर्ट से म‍िलना जरूरी होता है। अगर बदबू की समस्‍या बरकरार है तो ये आपके ल‍िए समस्‍या का कारण बन सकती है। अगर डिस्चार्ज गाढ़ा है और रंग सफेद के बजाय पीला या ब्राउन है, तो इसे नजरअंदाज न करें।

इन नेचुरल तरीकों से पाएं छुटकारा

वेजाइनल हेल्थ का ख्याल रखने के लिए यह जरूरी है कि आप हाइजीन का ख्याल रखें। इसके लिए वेजाइना के बाहरी हिस्से, वल्वा को पानी और किसी माइल्ड साबुन से धोएं। खुशबूदार प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से भी बचें। इससे वेजाइनल पीएच बिगड़ सकता है।

कॉटन की अंडरवेयर पहनें, ताकि वेजाइना के आसपास का पसीना सूख सके। गीलेपन के कारण इन्फेक्शन हो सकता है। ऐसे ही एक्सरसाइज करने या स्विमिंग आदि के बाद भी अंडरवेयर बदलें, ताकि गीलापन न रहे।

सफेद पानी की समस्या को दूर करने के लिए आप मेथी दाने का पानी भी पी सकते हैं। इस पानी को दिन में 2-3 बार थोड़ा-थोड़ा पीना चाह‍िए। इस पानी की मदद से आपका पीएच लेवल बैलेंस करने में मदद मिलती है।

अंजीर एक और सस्ता और असरदार उपाय है। चार अंजीर को रातभर पानी में भिगोकर रखें। सुबह खाली पेट इसे खा लें। एक महीने तक ऐसा करने से आपको सफेद पानी की समस्या से आराम मिल सकता है। आंवला से भी इस समस्‍या को ठीक क‍िया जा सकता है। आप आंवले को काटकर धूप में सुखा लें। इन्हें पीसकर पाउडर बना लें। अब 2 चम्मच पाउडर को शहद के साथ लें।

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