किसान ने बैंक के गेट पर फांसी लगाकर दी जान, अपना ही पैसा नहीं निकाल पाने से आहत होकर दी जान
सांकेतिक तस्वीर


बीड :  महाराष्ट्र के बीड में बैंक कर्मियों की लापरवाही के चलते एक किसान ने आत्महत्या कर ली है. दरअसल, एक किसान बैंक से पैसे निकालने के लिए चक्कर रहा था, लेकिन जब वह बैंक से पैसे नहीं निकाल सका तो बैंक की शाखा के गेट पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना बुधवार की है. इस घटना के बाद जिले में बैंक कर्मियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. क्या अपना पैसा बैंक से नहीं लिया जा सत्ता है?

मृतक किसान की पहचान सुरेश आत्माराम जाधव (गेवराई) के रूप में हुई है. सुरेश अपनी खेती से कमाए हुए 11 लाख रुपये छत्रपति मल्टीस्टेट बैंक में जमा कर रखे थे. उन्होंने जमा राशि अपनी बेटी की पढ़ाई और शादी के खर्च के लिए रखे हुए थे, लेकिन जब उन्हें इन पैसों की ज़रूरत पड़ी, तो कई बार शाखा में चक्कर लगाने के बावजूद उन्हें अपने पैसे नहीं मिले.

WhatsApp मैसेज भेजकर दी जान
लगातार मानसिक तनाव और हताशा से ग्रस्त होकर सुरेश जाधव ने बुधवार सुबह बैंक के दरवाजे पर ही फांसी लगाकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली. आत्महत्या से पहले उन्होंने बैंक के ब्रांच मैनेजर ज्योति क्षीरसागर को वॉट्सऐप पर एक भावुक संदेश भेजा. उसमें उन्होंने लिखा, 'मेरे बेटे की पढ़ाई बर्बाद करने के लिए धन्यवाद… किसी को ऐसा अंत न देखने दें.' इसके अलावा उन्होंने डायरेक्टर संतोष भंडारी को भी यह संदेश भेजा.

पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. उधर सुरेश जाधव की पत्नी और बेटी ने मल्टीस्टेट बैंक के संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. पीड़ित परिवार ने कहा कि उनके साथ वित्तीय अन्याय हुआ है, और इसी कारण उन्हें यह घातक निर्णय लेना पड़ा.


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