नई दिल्ली : दिल्ली के लाल किला कार ब्लास्ट की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, मेडिकल फील्ड से जुड़ी एक बड़ी साजिश का खुलासा हो रहा है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. अब तक इस मामले में कई डॉक्टरों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया जा चुका है और बड़े पैमाने पर छापेमारी की जा रही है.
अल फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची हरियाणा पुलिस
फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल मामले की जांच के सिलसिले में हरियाणा पुलिस ने दिल्ली के ओखला स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी के हेड क्वार्टर पर छापा मारा. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस डॉ. मुजम्मिल, डॉ. शाहीन और डॉ. उमर से जुड़ी जानकारी और उनके दस्तावेज जुटाने वहां पहुंची. तीनों का किसी न किसी रूप में इस यूनिवर्सिटी से संबंध रहा है.
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने हापुड़ के जीएस मेडिकल कॉलेज से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. फारूक को हिरासत में लिया है. वह कॉलेज के प्रसूति विभाग में तैनात थे और करीब एक साल से कैंपस में ही रह रहे थे. डॉ फारूक मूल रूप से जम्मू के निवासी हैं और उन्होंने अपना एमबीबीएस व एमडी हरियाणा की अल फलाह यूनिवर्सिटी से किया था. सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि डॉ फारूक का आतंकी संगठन से संपर्क था.
यूपी एटीएस ने कानपुर से डॉक्टर को पकड़ा
उत्तर प्रदेश एटीएस ने कानपुर के कार्डियोलॉजी इंस्टिट्यूट से डॉ. मोहम्मद आरिफ को हिरासत में लिया है. वह जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं और कार्डियोलॉजी के छात्र हैं. जांच में सामने आया कि डॉ. आरिफ लगातार डॉ. शाहीन के संपर्क में थे.
कश्मीर में छापेमारी और गिरफ्तारियां
कश्मीर घाटी में काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) और पुलिस की संयुक्त टीमों ने 13 से 15 ठिकानों पर छापेमारी की है. इन छापों के दौरान कई डॉक्टरों से पूछताछ हुई है. अनंतनाग के डॉ. मुजफ्फर, काजीगुंड के डॉ. वहिद और पुलवामा के डॉ. सज्जाद मलिक को भी जांच के लिए हिरासत में लिया गया है.
250 से ज्यादा लोगों से की गई पूछताछ
जांच में सामने आया है कि यह पूरा नेटवर्क ‘व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ के रूप में काम कर रहा था. अब तक 250 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है और 12 संदिग्धों को लंबी पूछताछ के लिए रखा गया है, जिनमें डॉक्टरों और सरकारी कर्मचारियों दोनों के नाम शामिल हैं. दिल्ली ब्लास्ट और फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के बीच सीधा लिंक सामने आ रहा है, और इस कड़ी में मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े कुछ नाम सभी के लिए चौंकाने वाले हैं.