Multiple Sclerosis के शुरुआती लक्षणों की  ऐसे करें पहचान
Multiple Sclerosis


मल्टीपल स्क्लेरोसिस एक ऐसी ऑटोइम्यून डिजीज है, जो व्यक्ति के दिमाग और स्पाइनल कॉर्ड को प्रभावित करती है। दरअसल, दिमाग और स्पाइनल कॉर्ड के नर्वस को सुरक्षित रखने के लिए उनके चारों ओर एक सुरक्षित शीथ होती है, जिसे माइलिन कहा जाता है। माइलिन दिमाग और शरीर के अन्य अंगों के बीच संदेश का आदान प्रदान करने का काम करता है। लेकिन Multiple Sclerosis (MS) की कंडिशन में इम्यून सिस्टम इन शीथ को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता है, जिसके कारण ब्रेन और अन्य अंगों के बीच ठीक से मैसेज नहीं जा पाता है।


मल्टीपल स्क्लेरोसिस के फ्लेयर अप्स शुरू होने के बाद हर घंटे के साथ गंभीर होते जाते हैं और कुछ दिनों तक बरकरार रहते हैं। इसलिए इसकी पहचान करना जरूरी है। आइए जानते हैं क्या हैं Multiple Sclerosis Flare-Ups के लक्षण।

फ्लेयर अप्स के दौरान क्या लक्षण दिख सकते हैं?
थकान
चक्कर आना
ब्लैडर रेगुलेशन में दिक्कत
संतुलन का बिगड़ना
मांसपेशियां कमजोर होना
ब्रेन फॉग या सोचने में तकलीफ
डिप्रेशन
मांसपेशियों में अकड़न
हाथ-पैरों में झनझनाहट
कांपना
धुंधला दिखना
मूड में बदलाव

कुछ फैक्टर्स के कारण RRMS के लक्षण गंभीर हो सकते हैं। आइए जानें उन फैक्टर्स के बारे में।

मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षण गंभीर करने वाले फैक्टर्स
ज्यादा तापमान या गर्मी के कारण
विटामिन डी की कमी की वजह से
तंबाकू के सेवन से
तनाव

यूरिनरी इन्फेक्शन या साइनस इन्फेक्शन जैसे मामूली संक्रमण के कारण

कैसे कर सकते हैं इसे मैनेज?

मल्टीपल स्क्लेरोसिस के लक्षणों को पूरी तरह रोकना मुमकिन नहीं है न ही इसका इलाज संभव है, लेकिन डॉक्टर और दवाइयों की मदद से इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। साथ ही, स्ट्रेस मैनेज करके, कॉग्नीटिव हेल्थ का ध्यान रखकर, हेल्दी डाइट फॉलो करें, एक्सरसाइज करें और मेंटल हेल्थ का ख्याल रखने से इसके लक्षणों को मैनेज करने में और फ्लेयर अप्स को कम करने में काफी मदद मिलती है।


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