अयोध्या : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इस समय एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. यहां आज प्रतिष्ठा द्वादशी के अवसर पर श्रद्धालुओं में भक्ति का सैलाब है. वहीं, राम मंदिर परिसर और रामनगरी में सुरक्षा को लेकर व्यापक इंतजाम किए गए हैं. भारी भीड़ और वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के उच्चतम स्तर को सुनिश्चित किया है. सीएम योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राम मंदिर में पूजा दर्शन किए.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय परंपरा में धर्म को किसी संकीर्ण आस्था या कर्मकांड तक सीमित नहीं किया गया बल्कि उसे जीवन की संपूर्ण व्यवस्था के रूप में देखा गया है. नीति के कोई साक्षात् स्वरूप हैं, तो वह हैं राम. मर्यादा के कोई साक्षात् स्वरूप हैं, तो वह हैं राम. धर्म के कोई साक्षात् स्वरूप हैं, तो वह हैं राम. राम यानि सत्य, राम यानि संयम, राम यानी संकल्प, राम यानी सुशासन और राम यानि संघर्ष. जहां निर्णय लेना कठिन हो जाता है, वहां राम आदर्श बनकर खड़े होते हैं. जहां शक्ति उन्माद बनने लगती है, वहां राम मर्यादा बनकर उसे रोकते हैं. जहां अधिकारों की बात आती है, वहां राम कर्तव्य बनकर सामने आते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि राम वहां हैं, जहां मन स्वार्थ से ऊपर उठकर, विवेक का हाथ थाम लेता है. राम उस धर्म का स्वर हैं, जो जीवन के हर संघर्ष में उतरता है. वन की धूल में राम हैं, राजसिंहासन की गरिमा में राम हैं, निषादराज के आलिंगन में राम हैं और शबरी की प्रतीक्षा में भी राम हैं. जहां किसी ने आखिरी आशा छोड़ी नहीं, वहां राम उपस्थित हैं. जहां किसी ने अन्याय सहकर भी अधर्म नहीं चुना, वहां राम जीवित हैं. मैं हमेशा कहता हूं कि राम हमारी चेतना में बसे हैं. वो हमारी चेतना में ऐसे रचे-बसे हैं, कि उनकी मर्यादा हमारी पहचान बन गई है. भगवान राम हमारे इतिहास के सबसे महान योद्धाओं में से एक थे, लेकिन उतने महान होने के बावजूद, उन्होंने युद्ध में भी एक किस्म की मर्यादा रखी.
उन्होंने यह भी कहा कि राम शत्रु से युद्ध करते हुए भी, अपनी मर्यादा नहीं लांघते हैं. जब युद्धभूमि में राम नागपाश जैसे दिव्यास्त्रों के प्रभाव में आते हैं, तो वे उसे अस्वीकार नहीं करते, बल्कि उसकी शक्ति और नियमों को स्वीकार करते हैं. युद्ध के बीच भी राम मर्यादा नहीं छोड़ते. रावण जब निहत्था होता है, राम युद्ध स्थगित कर देते हैं. राम जानते हैं कि मर्यादा टूटे तो विजय भी पराजय बन जाती है. ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के दौरान भारत ने भी, भगवान राम के इसी मर्यादा का पालन किया. जैसे राम का लक्ष्य रावण का संहार नहीं, बल्कि अधर्म का अंत था. हमारा भी वही लक्ष्य था, कि हम आतंकियों और उनके आकाओं को सबक सिखा कर आएंगे और हमने बस वही किया.
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमने अंधाधुंध प्रतिक्रिया नहीं दी, बल्कि सीमित, नियंत्रित और उद्देश्यपूर्ण कार्रवाई की. राम की मर्यादा हमें सिखाती है कि युद्ध में भी मूल्य जीवित रहने चाहिए. ऑपरेशन ‘सिंदूर’ ने भी सिद्ध किया कि आधुनिक भारत राम की उस मर्यादा का सच्चा उत्तराधिकारी है. जहां किसी ने आखिरी आशा छोड़ी नहीं, वहां राम उपस्थित हैं. जहां किसी ने अन्याय सहकर भी अधर्म नहीं चुना, वहां राम जीवित हैं. राम विनम्र हैं. राम शीलवान हैं. राम कृपालु हैं. लेकिन जहां आवश्यकता पड़ती है, वहां वही राम… “आजानु भुज… शर चाप धर… संग्राम जित खर-दूषणं”…. यानि रामजी वहां दुष्टदलन की भूमिका में भी आ जाते हैं. Operation Sindoor के दौरान, हमने भगवान राम की उसी प्रेरणा के तहत काम किया.
मेरे जीवन का स्वर्णिम दिन… बोले राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह बोले- रामपत राय के प्रति मैं हृदय से आभार प्रकट करता हूं, जिन्होंने राम मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्य की विस्तृत और सच्ची जानकारी हम सबके सामने रखी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उद्बोधन ने जन-जन में चेतना और ऊर्जा का संचार किया है. प्रतिष्ठा द्वादशी के पुण्य अवसर पर देश-विदेश के समस्त नागरिकों को भारत के धार्मिक पुनरुत्थान का सादर अभिवादन-जय श्रीराम. मैं भावुक और अभिभूत हूं; जीवन में जो चाहा, वह आज प्राप्त हुआ. सदियों की प्रतीक्षा के बाद श्रीराम अपने दिव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं. प्रभु की कृपा से यह मेरे जीवन का स्वर्णिम दिन है. हनुमान जी के दर्शन से मन कृतार्थ है. आज सरयू की लहरें और अयोध्या की हर गली राममय होकर आह्लादित है.
पहले जय श्री राम बोलते ही पड़ती थीं लाठियां
उन्होंने आगे कहा कि न थी सड़क, न कनेक्टिविटी थी. कोई सुविधा नहीं थी. सुरक्षा की भी व्यवस्था नहीं थी. और कोई जय श्री राम बोलता था तो उस पर लाठी जरूर पड़ जाते थे. गिरफ्तारियां हो जाती थीं. आज तो आप देश में जाइए, राम-राम बोलिए, जय श्री राम बोलिए और अब तो भारत सरकार की योजना भी जी राम जी के नाम पर ही आ गई है जो रोजगार की सबसे बड़ी स्कीम बनने जा रही है. कोई भी बेरोजगार व्यक्ति जब आएगा और कहेगा कि मुझे रोजगार चाहिए अपनी ग्राम पंचायत में. साल में 125 दिन का रोजगार की गारंटी उसको उसके गांव में मिल जाएगी. तो जी राम जी हो गया.
सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या आज दुनिया की पहली सोलर सिटी, भारत की पहली सोलर सिटी के रूप में अयोध्या आ गई सूर्यवंश की राजधानी पहली सोलर सिटी अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रेलवे की डबल लाइन के साथ अयोध्या धाम जुड़ गया है. बेहतरीन कनेक्टिविटी अयोध्या की लखनऊ से, गोरखपुर से, प्रयागराज से, काशी से है.




