जब सूर्य देव तुला राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे 'तुला संक्रांति' कहा जाता है।
सारनाथ से 9 फरवरी से बौद्ध भिक्षु कर रहे हैं यात्रा
साउथ कोरिया से आये 108 बौद्ध भिक्षुओं ने बुद्धवार को ककरहवा के रास्ते भारत में प्रवेश किया।
जब सूर्य देव तुला राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे 'तुला संक्रांति' कहा जाता है।
साउथ कोरिया से आये 108 बौद्ध भिक्षुओं ने बुद्धवार को ककरहवा के रास्ते भारत में प्रवेश किया।