लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में में मिली करारी हार का असर अब यूपी में होने वाले उपचुनाव की तैयारियों में साफ़ नजर आ रहा है। सूत्रों के अनुसार यूपी में होने वाले उपचुनाव में बीजेपी उन गलतियों को दोहराने के मूड में नहीं है, जो उसने लोकसभा चुनाव में की थी। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उनके लखनऊ स्थित सरकारी आवास 5 कालीदास मार्ग पर उपचुनाव के लिए रणनीति बनाने के लिए बैठक हुई।
इस दौरान बैठक में कई बड़े बदलाव किये गए हैं। खबर है कि आज सीएम आवास पर हुई बैठक में ये तय किया गया है कि आगामी चुनावों में अब सिर्फ जिताऊ प्रत्याशी ही मैदान में उतारे जाएंगे। किसी को भी बीएस सिफारिश के आधार पर टिकट नहीं दिया जाएगा।
बता दें आज की बैठक में उपचुनाव वाले क्षेत्रों में जातिगत समीकरण क्या है इस बात पर भी चर्चा हुई। इसी के साथ विपक्षी दल के प्रत्याशी कौन हो सकते हैं, क्या मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा में मुस्लिम प्रत्याशी उतार सकते हैं या नहीं, मौजूदा समय की स्थितियां क्या है और पीडीए का अभी कितना असर इन क्षेत्रों में है जैसे कई सवालों पर भी गहन चर्चा और विचार विमर्श किया गया।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के CM योगी ने 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर 30 मंत्रियों की एक टीम बनाई है, जिसमें प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री नहीं हैं। सीएम योगी के इन स्पेशल 30 वाली टीम को अब यूपी के 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की जिम्मेदारी दी गई है।