मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को शारीरिक से लेकर मानसिक बदलाव तक गुजरना पड़ता है। मूड स्विंग्स, वजन बढ़ना, रात को पसीना आना, तनाव, बालों का झड़ना, मांसपेशियां कमजोर होना आदि कई समस्याएं होती हैं। महिलाओं में 40-45 की उम्र के बाद पीरियड्स बंद होने की स्थिति को मेनोपॉज कहते हैं। ऐसे में महिलाओं को अपनी डाइट और लाइफस्टाइल का विशेष ख्याल रखना चाहिए।
हेल्दी फैट्स
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं की डाइट में ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स खाना चाहिए। एक स्टडी के अनुसार, यह पोषक तत्व महिलाओं में रजोनिवृत्ति यानी मेनोपोज के लक्षणों से राहत दिलाने में मददगार है। इसके लिए डाइट में सालमन, मैकेरल और एंकोवीज जैसी मछलियां शामिल कर सकते हैं। ये हेल्दी फैट्स से भरपूर होती हैं।
फल और सब्जियां
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अक्सर फल और सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है। मेनोपॉज वाली महिलाओं की डाइट में भी फल और सब्जियां शामिल करना बेहद जरूरी है। ये विटामिन, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
साबुत अनाज
साबुत अनाज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनमें फाइबर, विटामिन-बी, थायमिन, नियासिन, जैसे तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं। मेनोपॉज के दौरान महिलाओं की डाइट में साबुत अनाज भी जरूर खान चाहिए। ये अपको कई तरह की समस्याओं से बचाते हैं।
डेयरी प्रोडक्ट्स
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को अक्सर एस्ट्रोजन के स्तर में कमी आती है, जिससे उन्हें हड्डियों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कैल्शियम से भरपूर दूध, पनीर, दही अपनी डाइट में जरूर लें। ये आपकी हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करेंगे, इसलिए रजोनिवृत्ति के दौरान महिलाओं को अधिक डेयरी उत्पादों का सेवन करना चाहिए।
फाइटोएस्ट्रोजन युक्त फूड्स
माना जाता है कि डाइट में फाइटोएस्ट्रोजेन शामिल करने से महिलाओं को रजोनिवृत्ति से संबंधित लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। जौ, सोयाबीन, अलसी के बीज, चना, मूंगफली, अंगूर आदि चीजें फाइटोएस्ट्रोजन से भरपूर होते हैं। ये महिलाओं में मेनोपॉज के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।