घी की मदद से काफी हद तक पा सकते हैं सर्दी-जुकाम से राहत
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आयुर्वेद की मानें तो घी में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं, जो सर्दी खांसी जैसे इन्फेक्शन को दूर करने में बेहद फायदेमंद हैं। देसी घी कफ-बलगम को दूर करती है, जिससे नाक बंद होने की समस्या दूर हो जाती है।

दूध के साथ घी 

दूध को गर्म कर लें। इसमें घी और अजवाइन की थोड़ी-थोड़ी मात्रा डालें। इस दूध को रात में सोने से पहले पी लें। अजवाइन और घी दोनों में एंटी बैक्टीरियल तत्व मौजूद होते हैं जो इन्फेक्शन्स से लड़ने में कारग है। इसके अलावा घी शरीर को गर्माहट देता है, जिससे कफ की समस्या नहीं होती।

घी और काली मिर्च की चाय

घी और काली मिर्च की चाय बनाकर पीने से भी गले की खराश और कफ की समस्या से राहत मिलती है। घी और काली मिर्च में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रोपर्टी पाई जाती है। एक पानी में एक चम्मच देसी घी, दो चुटकी काली मिर्च और थोड़ा सा अदरक मिलाएं। कुछ देर उबालने के बाद छानकर पी लें।  

शहद और घी का मिश्रण

एक चम्मच घी और शहद को एक साथ मिला लें और सोने से पहले चाट लें। स्वाद कैसा भी लगे बस इसके बाद पानी न पिएं। यह मिश्रण छाती में जमे कफ को कम करने में मदद करता है। यहां तक कि ड्राई कफ की समस्या दूर करने में भी असरदार उपाय है। 

नाक में डालें गुनगुने घी दो बूंद

जुकाम के साथ नाक बंद होना आम समस्या है, लेकिन इससे सांस लेने में बहुत परेशानी होती है, तो इसके लिए आप घी को गुनगुना करें और इसकी 2 बूंद नाक में डालें। यह नाक में कफ के जमाव को कम करता है, जिससे बंद नाक खुल जाती है और आप अच्छी से सांस ले पाते हैं।  


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