कांग्रेस जन्मदिवस पर सुबह पार्टी के केंद्रीय कार्यालय से कार्यक्रम की शुरुआत करेंगी- सोनिया गांधी
फाइल फोटो


अमेठी से आम चुनाव 1999 में सक्रिय राजनीति की शुरूआत करने वाली कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के जन्मदिवस (नौ दिसंबर) पर इस बार यहां बड़े आयोजन की तैयारी है। दीपावली पर राहुल-प्रियंका के उपहार के बाद अब सोनिया गांधी के जन्म दिवस पर होने वाले बड़े कार्यक्रम के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।

कांग्रेस की इसके पीछे क्या रणनीति है? यह तो अभी तक साफ नहीं हो पाया है, लेकिन बड़े पैमाने पर जन्म दिवस पर कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी को सोनिया गांधी की अमेठी में वापसी से जोड़कर भी देखा जा रहा है। चर्चा है कि इसमें राहुल और प्रियंका वाड्रा भी शामिल हो सकती हैं।

अब से पहले सोनिया गांधी के सांसद रहते हुए आखिरी बार उनके जन्म दिवस पर 2003 में इतना व्यापक कार्यक्रम आयोजित हुआ था। 1999 में अमेठी से पहली बार रिकार्ड तीन लाख से अधिक मतों से जीतकर सांसद बनीं सोनिया गांधी आम चुनाव 2004 में अपने बेटे राहुल गांधी के लिए अमेठी सीट छोड़कर रायबरेली चली गईं थीं। उसके बाद उनके जन्मदिवस पर होने वाला कार्यक्रम कार्यालय तक ही सिमट गया था।

कांग्रेस तैयारी में जुटी

इस बार कांग्रेस जन्मदिवस पर सुबह पार्टी के केंद्रीय कार्यालय से कार्यक्रम की शुरुआत करेंगी और पूरे संसदीय क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर बाल भोज, कंबल वितरण, खेलकूद व वाद-विवाद प्रतियोगिता सहित कई अन्य कार्यक्रम कराने की तैयारी में जुटी हैं। इतना ही नहीं नौ दिसंबर की शाम को जिला मुख्यालय गौरीगंज में बड़े पैमाने पर लोगों को कवि सम्मेलन में बुलाया जा रहा है, जिसमें राहुल और प्रियंका समेत देश और प्रदेश के कई बड़े नेताओं के भी शामिल होने की चर्चा है।

कवि सम्मेलन के आयोजक व कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्र कहते हैं कि सोनिया गांधी हमारी नेता हैं। उनके जन्मदिवस पर कार्यक्रम पहले भी होते रहे हैं। यहां की मिट्टी से उनका लगाव है और पूरी अमेठी उनका परिवार। रही बात चुनाव की तो यहां से परिवार का ही कोई सदस्य चुनावी मैदान में उतरेगा। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहा कि अमेठी व गांधी परिवार एक दूसरे के पूरक हैं।


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