लखनऊ : राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित मेदांता अस्पताल पर एक भर्ती मरीज के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका आरोप है कि मरीज मर चुका है और फर्जी इलाज दिखाकर उनसे और रूपये की मांग की जा रही है. परिजनों का आरोप है कि चार दिन पूर्व मृत व्यक्ति को ICU में रखा गया था तभी से उसके इलाज के नाम पर पैसे की मांग की जा रही है.
बता दें कि इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और मेदांता अस्पताल पर सवाल खड़े हो रहे हैं. मृतक के परिजनों ने बताया कि अस्पताल ने 4,50,000 रुपए का एस्टीमेट बनाया था, जबकि परिजन अभी तक 14,50,000 रुपये अस्पताल में जमा कर चुके हैं. बावजूद इसके और पैसे कि मांग के बाद बॉडी परिजनों को सौंपने की बात कर रहे हैं.
???? मेदांता अस्पताल हो रहा बड़ा खेल, मरे हुए आदमी को जिंदा बताकर की जा रही वसूली।
— Pioneer Alliance (@PioneerAlliance) December 29, 2023
????अस्पताल ने 4,50,000 रुपए का बनाया था एस्टीमेट, लेकिन अबतक 14,50,000 रुपए तक कर चुके वसूली।
????चार दिन पूर्व मरे शख्स को ICU में रखकर बताकर लुटते रहे लाखों रूपये।।
????कैसे लगेगा इन पर लगाम#Lucknow pic.twitter.com/TLpnwiFMxY
वायरल हो रहे वीडियो में एक व्यक्ति अस्पताल के कर्मचारी पर चिल्लाता हुआ दिखाई दे रहा है. ये मृतक का परिजन बताया जा रहा है और शख्स का आरोप है कि अस्पताल वालों ने उसके करीबी की डेड बॉडी को 3-4 दिन तक ICU में वेंटिलेटर पर रखा और इलाज के नाम पैसे वसूलते रहे. इसके बाद अब परिजनों को डेड बॉडी नहीं दे रहे हैं और पैसे की मांग कर रहे हैं.
वायरल हो रहे वीडियो सामने आने के बाद मामले में मेदांता अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारी आलोक खन्ना से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मरीज के परिजन जानकारी के अभाव में गलत व्यवहार कर रहे थे. परिजनों को सही जानकारी नहीं थी.