इंडिया’ गठबंधन में बनी रहेगी ममता बनर्जी, सीट बंटवारे को लेकर कही ये बात!
ममता बनर्जी


कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बुधवार को इस बात पर जोर दिया कि उनकी पार्टी केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ लड़ाई में विपक्ष के ‘इंडिया’ गठबंधन में बनी रहेगी. उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर उनकी पार्टी और कांग्रेस में विवाद की खबरें आ रही थीं.

पार्टी की पश्चिमी मेदनीपुर जिले की इकाई की बंद कमरे में हुई बैठक में ममता बनर्जी ने अपने इस रुख से अवगत कराया. बैठक में मौजूद रहे तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम जाहिर नहीं होने के अनुरोध के साथ बताया, ‘‘हमारी पार्टी सुप्रीमो ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि भाजपा के खिलाफ लड़ाई में तृणमूल कांग्रेस ‘इंडिया’(इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस) गठबंधन में बनी रहेगी. मुख्यमंत्री ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की आलोचना की, लेकिन कांग्रेस के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला.’’ माकपा, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस 28 विपक्षी पार्टियों के ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हैं. हालांकि, पश्चिम बंगाल में माकपा और कांग्रेस का तृणमूल कांग्रेस व भाजपा के खिलाफ गठबंधन रहा है.

ममता ने कहा, पार्टी नेता मतभेदों पर सार्वजनिक रूप से चर्चा ना करें
पार्टी के अनुभवी और युवा नेताओं के बीच चल रही अंदरूनी खींचतान के बीच ममता बनर्जी ने उन्हें सार्वजनिक रूप से मतभेदों पर चर्चा नहीं करने का निर्देश दिया. उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका उल्लंघन करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है. यह निर्देश पश्चिमी मिदनापुर जिला इकाई की बंद कमरे में हुई संगठनात्मक बैठक के दौरान दिया गया.

बनर्जी ने कहा कि नेताओं के बीच सार्वजनिक बयानबाजी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने तृणमूल पार्टी सदस्यों से आह्वान किया कि वे अपनी शिकायतों का निस्तारण नेतृत्व के साथ मिलकर अंदरुनी तौर पर करें. एक नेता ने बताया, ‘‘ पार्टी अध्यक्ष ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सार्वजनिक रूप से कोई बयानबाजी न करे. यदि कोई इन निर्देशों का उल्लंघन करता है तो पार्टी उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगी.’’

नए प्रदेश प्रवक्ताओं की सूची हो रही तैयार
इस बैठक में मौजूद तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी और प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी को ममता बनर्जी ने नए प्रदेश प्रवक्ताओं की सूची तैयार करने का जिम्मा सौंपा. पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष की कार्यप्रणाली के मद्देनजर नए प्रवक्ताओं की सूची तैयार करने का फैसला किया गया है. कुणाल घोष अभिषेक के करीबी समझे जाते हैं और सार्वजिनक रूप से वरिष्ठ पार्टी नेताओं के आलोचक रहे हैं. ममता बनर्जी ने यह हस्तक्षेप पार्टी के अनुभवी और युवा नेताओं के बीच कलह के बाद किया है. पार्टी के बुजुर्ग व अनुभवी नेता ममता बनर्जी के करीब माने जाते हैं जबकि युवा नेता अभिषेक के नजदीकी माने जाते हैं.


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