क्या गरीब व्यक्ति शादियों में जाना ही छोड़ दे? - अतुल मलिकराम हमारे रिश्तेदार क्या पहन रहे हैं, इससे फर्क नहीं पड़ता, भाग-दौड़ भरे जीवन में वे हमारी खुशियों में शामिल हुए हैं,