मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोकभवन में पुलिस विभाग के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्त वितरित करते हुए।
लखनऊ : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज (गुरुवार) को पुलिस विभाग के चयनित 1148 अभ्यर्थियों को नियुक्त पत्र बांटे। आज लोकभवन में आयोजित समारोह में सीएम ने सांकेतिक रूप से अपने हाथों 35 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया है। बाकी अभ्यर्थियों को जिलों में नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से चयनित 1148 अभ्यर्थियों में से 217 उपनिरीक्षक गोपनीय, 587 सहायक उपनिरीक्षक लिपिक एवं 344 सहायक उपनिरीक्षक लेखा शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरे लिए यह अत्यंत प्रसन्नता का क्षण है कि पुलिस फोर्स हर दृष्टि से मजबूत हो रही है। नव चयनित अभ्यर्थियों को और उनके परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।खुशी की बात है कि लिपिकीय संवर्ग में महिलाओं की अच्छी संख्या है। पिछले नौ वर्ष में वैश्विक मंच पर भारत का जिस प्रकार से सम्मान बढ़ा है, वैसे ही छह वर्षों में उप्र की स्थिति में बदलाव हुआ है। उप्र को लोग समस्या के रूप में देखने लगे थे। देश की आवादी का पांचवां हिस्सा उप्र को आगे बढ़ाने की चुनौतियां हम सबके सामने थीं। शौचालय निर्माण से लेकर अन्य परियोजनाओं में देरी को लेकर सपा की पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोले और अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं।
उन्होंने कहा कि आज उप्र की स्थिति है कि केन्द्र की ज्यादातर योजनाओं में नंबर एक है। हम लोगों ने तय किया कि आवागमन के लिए सड़कें होनी चाहिए। पहले किसी भी समुदाय के पर्व त्योहार आते थे तो भय का माहौल रहता था। आज हंसी खुशी पर्व मनाए जा रहे हैं। पश्चिम उप्र में लोग बेटियों को स्कूल, कॉलेज भेजने से डरते थे। कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए पुलिस बल में भर्ती ही नहीं की गयी बल्कि तकनीकी रूप से भी मजबूत किया गया। पिछले 70 वर्षों में उप्र पुलिस में महिलाओं को जितना स्थान नहीं मिला, उससे कई गुना ज्यादा पिछले छह वर्षों में भर्तियां की गयीं।भर्तियों में कोई भाई भतीजावाद का आरोप नहीं लगा सकता। आरक्षण की प्रक्रिया ठीक से अपनाई गयी है।