इन रचनाकारों ने बताया कि से गहमर वेलफेयर सोसाइटी और साहित्य सरोज पत्रिका पिछले आठ सालों से हर वर्ष दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में त्रिदिवसीय साहित्य महोत्सव करती आ रही है।
लखनऊ : राजधानी की महिला साहित्यकार व कलाकार ज्योति किरन रतन श्रीमती सरोज सिंह साहित्य सरोज सम्मान.23 और कनक वर्माए डाण्अपूर्वा अवस्थीए गीतिका श्रीवास्तवए निशा मोहनए रीता श्रीवास्तव व जाह्नवी अवस्थी को गोपालराम गहमरी सम्मान से गहमर गाजीपुर में सम्मानित होकर लौटी हैं। इन रचनाकारों ने बताया कि से गहमर वेलफेयर सोसायटी और साहित्य सरोज पत्रिका पिछले आठ सालांे से हर वर्ष दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में त्रिदिवसीय साहित्यिक महोत्सव करती आ रही है।
सम्मानित रचनाकारों ने बताया कि दो सौ से अधिक उपन्यासए सैकड़ों कहानियां व गीत हिन्दीए उर्दू और अंग्रेजी में लिखने वाले पहले हिन्दी जासूसी उपन्यासकार व पत्रकार गोपालराम गहमरी की स्मृति में उनके पौत्र अखण्ड गहमरी के संयोजन में होने वाले इस नवें समारोह में आठ प्रदेशों के साहित्यकर्मी उपस्थित थे। आयोजन में प्रतिवर्ष हिन्दी काव्यए गद्यए समाजसेवाए लोक संस्कृतिए भाषा.बोलीए रंगमंचए गैर हिन्दी भाषी क्षेत्र में रहकर हिन्दी में कार्य एवं उसके प्रचार प्रसार व विदेशो में रह कर हिन्दी के प्रचार प्रसार के लिए कुल 40 सम्मान प्रतिवर्ष दिये जाते हैं।
इस त्रिदिवसीय महोत्सव में विभिन्न विधाओं जैसे साहित्यए कला और भाषा पर परिचर्चाए पुस्तको का लोकार्पण पुस्तक मेलाए चित्रकला प्रदर्शनीए लोक गायनए लोक नृत्यए वादनए सम्मान समारोहए कवि सम्मेलनए लघुकथा प्रतियोगिता एवं साझा संग्रहों का लोकार्पण भी हुआ। महोत्सव में वयस्क साहित्यकारों व कलाकारों के अलावा स्कूलों के बच्चों ने भी मोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। सैनिकों की उर्वरा भूमि गहमर में गंगा में स्नान दान जप और मां कामाख्या मंदिर में दर्शन पूजन कर भागीदारों ने मंदिर महंत का आशीर्वाद भी लिया। उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान बलवंत सिंह द्वारा उद्घाटित महोत्सव का आगाज़ ज्योति किरन रतनए कुमकुम काव्यकृतिए संतोश शर्मा शानए रश्मि शर्माए राजेश भटनागर व गोप कुमार मिश्र के संचालन में संस्मरण लेखन कार्यशाला से हुआ। दूसरे सत्र में राजेश भटनागरए डाण्अपूर्वा अवस्थी व प्रियंका खंडेलवाल ने स्वरचित कहानी पाठ किया।
तीसरे सत्र में सेहत और स्वास्थ में रोजगार का भविष्य विषय पर ममता सिंहए धर्मेन्द्र सिंह एराजू सिंहए हरिशचन्द्र सिंहए धर्मेन्द्र सिंहए संजय सिहए धर्मराज सिंहए मनोज सिंह ने बात रखी। पूर्व सहकारिता मंत्री संगीता बलवंत की अध्यक्षता में चैथे सत्र सम्पन्न हुआ लोकगीतए नृत्य और कृष्ण लीला के आनंद के साथ संतोष शर्मा शान हाथरस ने अभागिन भिखारन एकल नाट्य प्रस्तुतिए लखनऊ जाह्नवी अवस्थी का नृत्यए आरएस भटनागर का बांसुरी वादनए अपूर्वा अवस्थी व समूह का लोकगायनए प्रियंका खंडेलवालए तारिका खंडेलवाल और समूह ने नाग नथैया और फूलों की होली की प्रस्तुति दी। पांचवें सत्र में पुष्पा सिंह की अध्यक्षता में मीना सिंहए अपूर्वा अवस्थीए कनक वर्माए ज्योति कुशवाहाए ज्योति किरन रतन ने काव्यपाठ किया। डाण्संदीप अवस्थी द्वारा भारतीय संस्कृति में आध्यात्मिकता विषय पर गोप कुमार मिश्र जयपुर के अध्यक्षता में ओम जी मिश्राए अखंड गहमरीए केशव उपाध्याय आदि ने अपने विचार वक्त किये। अंतिम सत्र में मन्नू सिंह और संयोजक अखंड गहमरी ने साहित्यकारोंए कलाकारों को सम्मानित करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।