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बसंत पंचमी के दिन ऐसे करें मां सरस्वती को प्रसन्न
फाइल फ़ोटो


हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है। इस बार बसंत पंचमी का पर्व 5 फरवरी, शनिवार के दिन मनाया जाएगा। बसंत पंचमी के दिन नये कार्य शुरू करने या शुभ कार्य करने का विधान है। लेकिन आज हम आपको बताते हैं की बसंत पंचमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए। ऐसे कार्य करने से मां सरस्वती नारज हो सकती हैं, तो  आइए जानते हैं उन कार्यों के बारे में जिन्हें बसंत पंचमी के दिन नहीं करना चाहिए.....

इस दिन भूलकर भी न करें ये काम-

1-बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ है। माना जाता है कि जब सरस्वती प्रकट हुई थीं उस वक्त ब्रह्मांड में लाल, पीली नीली आभा हुई थी। इसलिए मां सरस्वती का पसंदीदा रंग पीला है। लेकिन इस दिन भूलकर भी काले, लाल या फिर धूसर रंगों के वस्त्र नहीं पहनें चाहिए।

2- मां सरस्वती को वाणी के देवी माना जाता है। मान्यता है कि श्रृष्टि में वाणी,कला, संगीत की उत्पत्ति मां सरस्वती से ही हुई है। इसलिए इस दिन भूल कर भी वाणी का गलत उपयोग नहीं करना चाहिए। इस दिन किसी को भी न तो अपशब्द कहें और न ही झूठ बोलें।

3- शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि बसंत पंचमी के दिन बिना स्नान किए किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए। इसलिए इस दिन स्नान करने के वाद मां सरस्वती की पूजा करके ही कुछ ग्रहण करें। संभव हो तो इस दिन व्रत रखना चाहिए।

4- अगर इस दिन आपका व्रत करना संभव न हो तो भी इस दिन सात्विक भोजन ही करना चाहिए। इस दिन भूल कर मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।

5- बसंत पंचमी के दिन बच्चों की शिक्षा की शुरूआत की जाती है। मां सरस्वती को ज्ञान और विद्या की देवी माना जाता है। इस दिन गलत लिखा पढ़ी या कोर्ट कचहरी में गलत कार्रवाही करने से बचें, लाभ के स्थान पर हानि हो सकती है।


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