इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इस समय संकट में हैं. गिरफ्तारी से बचने लिए एक ओर जहां इमरान खान कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ उनके सहयोगी एक बाद एक उनका साथ छोड़ रहे हैं. इमरान सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी ने भी किनारा करते हुए पीटीआई के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि मैंने राजनीति से ब्रेक लेने का फैसला किया है. मेरा अब इमरान और पीटीआई से कोई मतलब नहीं है.
क्यों इमरान का साथ छोड़ रहे नेता?
दरअसल, इमरान खान 9 मई को अल कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार हुए थे. इसके बाद पूरे पाकिस्तान में पीटीआई कार्यकर्ताओं और इमरान के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान देशभर में जमकर हिंसा और आगजनी हुई थी. सैन्य ठिकानों पर भी हमला किया गया था. कई लोगों की मौत हो गई थी. हिंसा के लिए पीटीआई के तमाम कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार किया गया था. इसमें फवाद चौधरी भी शामिल हैं. हालांकि बाद में फवाद को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई. फवाद समेत इमरान की पार्टी के कई नेताओं ने 9 मई की हिंसा की निंदा करते हुए पीटीआई से इस्तीफा दे दिया.
पीटीआई में जबरन तलाक हो रहा- इमरान
इमरान ने ट्वीट कर कहा, ''हम सभी ने पाकिस्तान में जबरन शादी के बारे में सुना है, लेकिन पीटीआई के लिए एक नई घटना सामने आई है, 'जबरन तलाक'. साथ ही सोच रहा हूं कि देश के तमाम मानवाधिकार संगठन कहां गायब हो गए हैं.'' उधर, पाकिस्तान की सरकार 9 मई को हुई हिंसा के चलते इमरान खान की पार्टी पीटीआई पर बैन लगाने की तैयारी कर रही है.