इस्लामाबाद : आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी है. दरअसल पाकिस्तान ने अपने लोगों की सलामती के लिए भारत से दवा आयात करने के लिए मजबूर हुआ है. इससे पहले पाकिस्तान ने 2019 में जम्मू एवं कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के विरोध में भारत के साथ न केवल कूटनीतिक संबंध सीमित किए बल्कि द्विपक्षीय व्यापार भी निलंबित कर दिया था.
अस्पताल और नागरिक अपने इस्तेमाल के लिए कैंसर रोधी दवा एवं वैक्सीन समेत अन्य आवश्यक दवाएं भारत से आयात कर सकते हैं. रिपोर्ट के अनुसार, डीआरएपी के अधिकारियों ने स्वास्थ्य पर सीनेट की स्थायी समिति के एक सत्र के दौरान यह बयान दिया. सीनेटर प्रोफेसर मेहर ताज रोघानी ने वित्तीय संकट के दौरान देश में कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण दवाओं की अनुपलब्धता का मुद्दा उठाया था.