नई दिल्ली : हमास ने इजरायल पर 7 अक्टूबर को जो हमला किया था वो कोई अचानक नहीं था बल्कि इसके लिए पिछले एक साल से तैयारी कर रहा था. इस बारे में खुद इजरायली खुफिया एजेंसी जानकारी दी है. उन्होंने इस बारे में वहां के पत्रकारों को भी इस बारे में बताया है.
इजरायल की खुफिया एजेंसी ने पत्रकारों को यह जानकारी अमशात के मुख्यालय में दी. बता दें कि अमशात इजरायल की वह खुफिया एजेंसी है, जिसे लंबे समय से निष्क्रिय रखा गया था. जानकारी के मुताबिक करीब पांच साल पहले अमशात का की सर्विस रोकने का फैसला किया गया, उस समय एजेंसी पर युद्ध से संबंधित दस्तावेज और दूसरी सामग्री इकट्ठा करने का आरोप लगा था.
पांच साल से बंद पड़ी एजेंसी को फिर किया एक्टिव
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) से जुड़े एक सूत्र के मुताबिक पांच साल पहले अमशात को बंद करते समय इजरायल ने तय किया था कि अब इस खुफिया एजेंसी को युद्ध के समय की एक्टिव किया जाएगा. 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए कत्लेआम के बाद इसे फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया.
महिलाओं और बच्चों को पकड़कर ले गए गाजा
बता दें कि आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए हमास के लड़ाके पूरी प्लानिंग के साथ इजरायल पहुंचे थे. प्लान में सैन्य ठिकानों के अलावा आम नागरिक को निशाना बनाने की बात भी तय की गई थी. हमास ने पहले ही तय कर लिया था कि हमले को अंजाम देने के बाद जवान पुरुषों को मार दिया जाएगा. वहीं, महिलाओं और बच्चों को पकड़कर गाजा में बंदी बना लिया जाएगा.
हमास ने इजरायल पर अटैक के लिए 1 साल तक की प्लानिंग, फिर किया हमला
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