सोनिया गांधी को सभापति जगदीप धनखड़ ने दिलाई शपथ, राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुनी गईं
राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उन्हें शपथ दिलाई.


नई दिल्ली : कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को राज्यसभा सांसद के तौर पर शपथ ली. सोनिया राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुनी गईं हैं. ये पहली बार है जब सोनिया गांधी राज्यसभा सांसद चुनी गई हैं. राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उन्हें शपथ दिलाई. सोनिया गांधी के अलावा बीजेपी नेता और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ली. वैष्णव ओडिशा से राज्यसभा सांसद चुने गए हैं. इनके अलावा 12 और सांसदों ने राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली.

कर्नाटक से कांग्रेस नेता अजय माकन और सैयद नसीर हुसैन, उत्तर प्रदेश से बीजेपी नेता आरपीएन सिंह और पश्चिम बंगाल से बीजेपी के समिक भट्टाचार्य उन 14 सांसदों में शामिल थे, जिन्होंने राज्यसभा की शपथ ली. बिहार से जेडीयू के संजय कुमार झा, ओडिशा से बीजेडी के सुभाशीष खूंटिया और देबाशीष सामंतराय जबकि राजस्थान से बीजेपी के मदन राठौड़ ने शपथ ली.

तेलंगाना से चुनकर आए वाईएसआर कांग्रेस के गोल्ला बाबूराव, एम. रघुनाधा रेड्डी और येरम वेंकट सुब्बा रेड्डी और बीआरएस नेता रवि चंद्र वद्दीराजू ने भी शपथ ली. शपथ लेने के बाद सभी नए सांसदों ने राज्यसभा के सभापति के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाई. राज्यसभा सचिवालय ने बताया कि ओडिशा और राजस्थान के सदस्यों का कार्यकाल गुरुवार से जबकि बाकी राज्यों से चुनकर आए सदस्यों का कार्यकाल बुधवार से शुरू हो गया.

सोनिया गांधी ने क्या कहा था?
कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने बीते दिनों ऐलान किया था कि वो अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का हवाला देकर अपने निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली के लोगों के लिए एक भावुक चिट्ठी लिखी थी. सोनिया ने समर्थन के लिए जनता को धन्यवाद देकर ये संकेत भी दिया था कि उनका रायबरेली से जुड़ाव खत्म नहीं हो रहा है और आगे भी यहां से उनके परिवार का कोई सदस्य चुनावी मैदान में उतर सकता है.

दरअसल, सोनिया गांधी ने 2019 में घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी लोकसभा चुनाव होगा. वे 1999 में कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अमेठी से चुनाव लड़ी थीं और जीत हासिल की थी. उसके बाद 2004 में वो पहली बार रायबरेली से चुनाव लड़ीं और जीतीं. सोनिया गांधी कुल पांच बार सांसद चुनी गईं. रायबरेली के साथ दशकों के पारिवारिक संबंधों को छोड़कर जब सोनिया ने राज्यसभा जाने का फैसला किया तो वो काफी भावुक नजर आई थीं.


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