आज सूर्य ग्रहण से दुनिया में दिन में हो जाएगा, तब इसरो का आदित्य एल1 करेगा कमाल
आदित्य एल1


नई दिल्ली : इसरो का आदित्य एल1 सोमवार यानी 8 अप्रैल को पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य के व्यवहार और किरणों पर नजर रखेगा. इस दौरान सूर्य कुछ देर के लिए चंद्रमा से पूरी तरह ढक जाएगा, जिससे कई देशों में पूर्ण अंधकार का क्षण आ जाएगा. आज यानी 8 अप्रैल को पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान, सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाएंगे, जिससे दिन के समय अंधेरा हो जाएगा, क्योंकि चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक देगा. सूर्य कुल चार मिनट तक ढका रहेगा, इस दौरान इसकी रहस्यमयी बाहरी परत रोशन रहेगी. बता दें कि पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है और सूर्य के चेहरे को पूरी तरह से ढक देता है.

बहुत मददगार होगा इसरो का सन मिशन?
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, आदित्य एल1, जो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का पहला सौर मिशन है, पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को ट्रैक करने की स्थिति में है. आदित्य एल1 सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य पर नजर रखेगा और इस दौरान सूर्य के व्यवहार को समझने की कोशिश करेगा. इससे इसरो को तारे के क्रोमोस्फीयर और कोरोना यानी किसी तारे के वायुमंडल की सबसे बाहरी परत की अध्ययन करने में मदद मिलेगी.

सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करेगा आदित्य एल1?
इसरो ने पिछले साल ही आदित्य एल1 को लॉन्च किया था. लॉन्च होने के चार महीने बाद इस साल की शुरुआत में 6 जनवरी को आदित्य-एल1 लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1 प्वाइंट) पर पहुंच गया था. आदित्य एल1 मिशन छह उपकरणों से भरा हुआ है, क्योंकि यह लैग्रेंज प्वाइंट से सूर्य को ट्रैक और निरीक्षण करता है, जो पृथ्वी से 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर है. सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य को ट्रैक करने के लिए आदित्य एल1 अपने छह उपकरणों में से दो का उपयोग करेगा. ये दो उपकरण हैं विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (वीईएलसी) और सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (एसयूआईटी).

और क्या करेगा आदित्य एल1?
इस पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य का कोरोना (बाहरी परत) पृथ्वी से कुछ देर के लिए दिखाई देगा, क्योंकि चंद्रमा तारे को अवरुद्ध कर देता है. अन्यथा, कोरोना (बाहरी परत) पृथ्वी से दिखाई नहीं देता है. आदित्य एल1 मिशन का लक्ष्य सोलर सिस्टम और प्रकाशमंडल सहित सौर घटनाओं के प्रभाव के बारे में हमारी समझ को गहरा करना है. आदित्य एल1 से सौर हवाओं और संबंधित विकिरणों के प्रभाव का भी अध्ययन होगा.

कब लग रहा सूर्य ग्रहण 2024?
बता दें कि इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लगने जा रहा है. 54 साल बाद पूर्ण सूर्य ग्रहण पड़ने वाला है. इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल दिन सोमवार को लगने जा रहा है. यह सूर्य ग्रहण रात 09 बजकर 12 मिनट पर लगेगा और इसका समापन 9 अप्रैल दिन मंगलवार को 02 बजकर 22 एएम पर होगा. यह सूर्य ग्रहण मीन राशि और स्वाति नक्षत्र में होगा. सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व लगता है. इस आधार पर सूर्य ग्रहण का सूतक काल 8 अप्रैल को सुबह में 09:12 बजे से लगना चाहिए. लेकिन यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा. इस वजह से सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा.

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