उल्लास-उमंग का पर्व बैसाखी: योगी आदित्यनाथ
यहियागंज गुरुद्वारा में मत्था टेकते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ


लखनऊ :  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बैसाखी पर्व के अवसर पर यहियागंज गुरुद्वारा पहुंचकर समाज के लोगों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि बैसाखी का पर्व हमारे लिए एक नया उल्लास और नया उत्साह लेकर आया है। यह नयी फसल के आने का पर्व है। भारत के अंदर धर्म की रक्षा के लिए आज के दिन का अपना ऐतिहासिक महत्व भी है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गुरुगोविन्द सिंह साहब जी ने आज ही के दिन खालसा पंथ की स्थापना कर भारत की रक्षा के लिए जिस प्रकार की उस काल खण्ड में अपनी सेना खड़ी की थी, उसका परिणाम है कि आज हम सब बैसाखी पर्व पर एकत्र होकर उन्हें याद कर पा रहे हैं। सिखों के इतिहास के बगैर मध्यकालीन इतिहास अधूरा माना जाता है।

हम सब जानते हैं कि सिखों के त्याग और बलिदान की एक लंबी परम्परा है। आज उसी का परिणाम है कि देश सुरक्षित है। उनके त्याग का ही फल है कि इस प्रकार के कार्यक्रमों में शामिल होकर अपनी श्रद्धा को व्यक्त करने का अवसर है। इसके साथ ही आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का भी विषय हैं। गुरु गोविंद सिंह महाराज ने धर्म की रक्षा के लिए जो कार्य किया, वह आज भी प्रेरणादायक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से पांच वर्ष पहले इसी गुरुद्वारे में आया था। माथा टेका था। पांच साल बाद एक बार फिर मुझे यहां आने का अवसर मिला है। आज भगवान महावीर जयंती भी है। आम्बेडकर जयंती भी है। यह दिन बेहद खास हो गया है। इस दिन हम सबको बैसाखी पर्व की हार्दिक बधाई देते हैं।


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