चीन  की आक्रामकता और विस्तारवादी नीति पर लगाम लगाने के लिए  अमेरिका और जापान 12 जनवरी को करेंगे चर्चा
यूएस-जापान गठबंधन हिंद-प्रशांत सुरक्षा की आधारशिला है।


वाशिंगटन : अमेरिका और जापान बहुत जल्द चीन के खिलाफ कड़ा एक्शन ले सकते हैं। दरअसल चीन की आक्रामकता और विस्तारवादी नीति पर लगाम कैसे लगाया जाए इसके लिए दोनों देश 12 जनवरी को चर्चा करेंगे। पेंटागन ने कहा कि 2023 की यूएस-जापान सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक में दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों विचार-विमर्श कर रणनीति तैयार करेंगे।

पेंटागन के प्रेस सचिव जनरल पैट राइडर ने कहा कि दोनों देशों के नेता हिंद-प्रशांत और दुनिया भर में 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए आधुनिक गठबंधन के साझा दृष्टिकोण पर चर्चा करेंगे। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन अपने जापान के समकक्षों रक्षा मंत्री हमादा यासुकाजू और विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा के साथ बैठक करेंगे।

प्रेस सचिव ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपने दृष्टिकोण पर अडिग है। जापान इस क्षेत्र में सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक है। यूएस-जापान गठबंधन हिंद-प्रशांत सुरक्षा की आधारशिला है। संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान सरकार के साथ 12 जनवरी को पांचवें इंडो-पैसिफिक बिजनेस फोरम में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा होगी।


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