तुर्की में ऑपरेशन दोस्त के तहत भारत की जूली ने छह साल की बच्ची को बचाया
एनडीआरएफ की लैब्राडोर नस्ल की जूली


अंकारा (तुर्की) :  पिछले सोमवार को शक्तिशाली भूकंप के झटकों से तबाह हुए तुर्की में भारत का 'आपरेशन दोस्त' देवदूत बनकर उभरा है। 'आपरेशन दोस्त' के तहत राहत और बचाव कार्य में युद्धस्तर पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के अधिकारी और जवान लगे हुए हैं। भारत का 'आपरेशन दोस्त' सीरिया में भी चल रहा है।

एनडीआरएफ की लैब्राडोर नस्ल की जूली ने तुर्की के गाजियांटेप के नूरदागी शहर में छह साल की बच्ची बेरेन को मलबे से जीवित निकालने में मदद की है। उसके हैंडलर कांस्टेबल कुंदन कुमार का कहना है -हमें जूली ने संकेत दिया कि मलबे में लाइव विक्टिम है। इसके बाद हमने दूसरे डॉग रोमियो से भी चेक करवाया। उसने भी यही संकेत दिया। तब हम वहां गए और सावधानी पूर्वक बेरेन को सकुशल बाहर निकाल लिया।

उल्लेखनीय है कि भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को पहली बार इस लड़की को बचाने का वीडियो जारी कर एनडीआरएफ की सराहना की थी। शाह ने ट्वीट कर कहा था-हमें अपनी एनडीआरएफ पर गर्व है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार एनडीआरएफ को दुनिया का अग्रणी आपदा प्रतिक्रिया बल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उल्लेखनीय है कि तब यह साफ नहीं हुआ था कि बेरेन को जीवित बचाने में जूली की महत्वपूर्ण भूमिका है।


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