कानपुर देहात में मां-बेटी की मौत मामले में शिवपाल ने 'महिला सशक्तिकरण' को सिर्फ कागजी बताया
शिवपाल यादव


लखनऊ  : कानपुर देहात जनपद में मां-बेटी की जलकर मौत मामले में समाजवादी पार्टी ने प्रशासन हमला करते हुए बेरहम बताया है. सपा ने मामले संलिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. वहीं सपा नेता शिवपाल यादव ने भी 'महिला सशक्तिकरण' की बात को कागजी बताया है. गौरतलब है कि मां-बेटी की मौत के बाद विपक्षी पार्टियां बीजेपी को घेरने में जुटी हैं.

समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासन के सामने ही मां-बेटी ने आग से जलकर मौत की घटना पर अफसरों के साथ सरकार को घेरा है. कहा है कि बीजेपी की यूपी सरकार और बेलगाम अफसरों के कारण दो मासूमों की मौतें हो गईं और कई घायल हैं. इस घटना से एक भरा पूरा परिवार उजड़ गया. इस मामले में छोटे अफसरों/कर्मचारियों के ऊपर तो मुकदमा हो गया और बड़े अफसरों को बचाया जा रहा है. मामले की लीपापोती न हो.

वहीं सपा नेता शिवपाल यादव ने ट्वीट कर कहा कि कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासन के सामने ही मां-बेटी ने आग लगाकर जान दे दी और पुलिस तमाशा देखती रही. अतिक्रमण हटाने व बुलडोजर के जोश में प्रशासन आखिर अपना होश क्यों खो रहा है. क्या 'महिला सशक्तिकरण' व 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की बात केवल कागजी नीति है?

उधर, इस सूचना पर पुलिस ने कानपुर के आर्य नगर से विधायक अमिताभ बाजपेई को घर में नजर बंद कर लिया है. वहीं दल में शामिल सभी सपा नेताओं पर निगरानी शुरु कर दी गई है. इन सभी को घटना स्थल पर जाने से रोक लगा दी गई है. प्रशासन का मानना है कि सपा नेताओं के आने से मामला तूल पकड़ सकता है.


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