नई दिल्ली : आयुष्मान भारत स्वास्थ्य केन्द्रों को पंजाब में आम आदमी क्लीनिक में बदलने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की अपर सचिव रौली सिंह ने इस बाबत पंजाब के प्रधान सचिव वीरेंद्र कुमार मीना को पत्र लिखकर समझौते के उल्लंघन का हवाला देते हुए आगाह किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा है कि केंद्र उनके लिए इन योजनाओं में अपने हिस्से का पैसा रोक सकती है। पंजाब सरकार आयुष्मान स्वास्थ्य केन्द्रों को आम आदमी क्लीनिक के नाम से चला रही है। मंत्रालय की ओर से लिखे पत्र में कहा गया है कि केंद्रीय सहायता से चलने वाली योजनाएं केंद्र और राज्यों के बीच बाकायदा एमओयू पर हस्ताक्षर (आपसी सहमति के करार) के बाद शुरू की जाती है। राज्य यदि एमओयू वाली योजना का नाम बदलने से नहीं तैयार है तो उस स्कीम के लिए केंद्र से ग्रांट बंद हो सकती है।
दरअसल, पंजाब सरकार वेलनेस सेंटर को आम आदमी क्लीनिक’ जैसे नाम से चलाने लगी है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत साल 2022-23 के लिए पंजाब को 1114.57 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। इसमें से 438.46 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं।