कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेते पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह
फाइल फोटो


सिद्धार्थनगर। सोमवार को दोपहर ऐतिहासिक सिद्धपीठ गालापुर वटवासिनी महाकाली मन्दिर प्रांगण में बैठक किया गया जिसमें नवरात्रि के सप्तमी के पावन अवसर पर 51000 दीपों का दीपदान कर दीपोत्सव कार्यक्रम के आयोजन हेतु तैयारीकर कार्ययोजना बनाकर रणनीति बनाई गई। बैठक में कार्यक्रम की अन्तिम चरण की तैयारियां पूरी कर जिम्मेदारों को जिम्मेदारियां दी गई। इस दौरान पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने मन्दिर व्यवस्थापक ठाकुर प्रसाद मिश्रा व सीओ इटवा मय पुलिसबल के साथ कार्यक्रम स्थल का स्थलीय निरीक्षण कर कार्यक्रम की रूपरेखा तय किया। 


पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में 51000 दीपों को जलाकर दीपोत्सव मानने की रणनीति बनी हैं किंतु लोगों के उत्साह को देखकर लग रहा हैं लक्ष्य के सापेक्ष और अधिक दीप जलाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 100 दीपों का एक ब्लॉक बनाया जायेगा और 1000 दीपों का एक ग्रुप, एक ग्रुप में जलाने के लिए 11 लोगों का चयन किया गया हैं। इस प्रकार से 510 ब्लॉक और 51 ग्रुप जिसमें जलाने वालों की 561 लोगों की टीम बनाई गई हैं। कार्यक्रम में मां काली के स्थान पर भव्य रंगोली बनाकर स्वास्तिक, ओम आदि धर्मिक कलाकृति बनाकर दीपों से सजाया जाएगा। 

कार्यक्रम का आरम्भ मां भगवती की आरती के बाद दीपोत्सव के उपरांत प्रसाद वितरित कर किया जायेगा। जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु इकट्ठा होगें। सीओ इटवा ने बताया हैं कि सुरक्षा की चुस्त दुरुस्त व्यवस्था होगी। भारी संख्या में महिला, पुरुष पुलिस कर्मी व दमकल की गाड़ियां मौजूद रहेंगी। उन्होंने सभी से सुरक्षा नियमों का पालन करने का अनुरोध किया हैं। इस दौरान मन्दिर प्रशासन सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहें।


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