निकाय चुनाव की मतगणना में भाजपा को आगे दिखाने के लिए रची जा रही है साजिशें : सपा
फाइल फोटो


लखनऊ। कल 13 मई को प्रदेश भर में हुए निकाय चुनाव की मतगणना होनी। इसी मतगणना के परिपेक्ष्य में समाजवादी पार्टी ने अपने प्रांतीय कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस कर मतगणना में भारी धांधली की आशंका व्यक्त की है। 

पार्टी कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और विधानसभा में सपा विधानमंडल दल के सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि कल जो निकाय चुनाव की मतगणना होनी है उसमें राज्य निर्वाचन आयोग के 15 अप्रैल के आदेश के बाद धांधली की आशंका है। 

प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि निकाय चुनाव प्रदेश का सबसे बड़ा चुनाव था। बड़ी संख्या में पार्टियों ने अपने प्रत्याशी उतारे, निर्दलीय प्रत्यशियों ने भी चुनाव लड़ा है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में सरकार के खिलाफ बहुत व्यापक माहौल था। भाजपा की केंद्र एयर राज्य सरकार ने जनता के साथ बहुत धोखा और छलावा किया लिहाजा बीजेपी के खिलाफ मतदान करने के लिए मतदाता पहुंचे लिहाजा मतदाताओं को मतदान से रोकने का कुत्सित प्रयास किया गया। मतदान का प्रतिशत कम कराने के लिए जो सपा समर्थक वोट थे उन पर भाजपा ने सत्ता का दरुपयोग करके समाजवादी समर्थको को धमकाया, पीटा, वोट नही डालने दिया।

 जब सरकार को ये जानकारी हुई कि प्रथम चरण में वोटिंग सरकार के खिलाफ हुई है तो दूसरे चरण में मुख्यमंत्री ने उग्र रूप धारण कर लिया औऱ सरकार के निर्देशों के अनुसार लगातार जिलों में कुछ अधिकारी केवल इसलिए लगाये गए कि वो समर्थक वोटों को पड़ने से रोकें। बावजूद इसके इस चुनाव में बीजेपी बहुत पिछफ गई है। कल मतगणना होने जा रही है जिसमे समाजवादी पार्टी के प्रत्यशियों को हराने के लिए एक नई साजिश सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि कल की मतगणना में भाजपा को आगे दिखाने के लिए ये कई तरह के षड्यंत्र करने जा रहे है। 


सपा विधानमंडल दल के सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग की जो नियमावली है उसमें इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि मतगणना के प्रत्येक राउंड की जानकारी रिटर्निंग आफिसर और प्रत्याशियों के इलेक्शन एजेंट को मिलनी चाहिए जिसमें कुल पड़े मत, प्रत्यशियों को मिले मत, कुल वैध मत और कुल अवैध मत का विस्तृत लेख जोखा हो साथ ही उस पर रिटर्निग आफिसर और इलेक्शन एजेंट को हस्ताक्षर हो साथ ही उसे तत्काल बिना किसी देरी के अलाउंस भी किया जाये पर 15 अप्रैल को राज्य निर्वाचन आयोग ने जो संसोधित पत्र जारी किया है उसमें इस व्यवस्था को परिवर्तित कर दिया गया है। 

15 अप्रैल के पत्र के अनुसार अब प्रत्याशियों को मिले मतों को टेबलिंग करके परिणाम घोषित कर दिया जायेगा। इस पत्र में निर्वाचन आयोग ने इस बात का उल्लेख नही किया है मतों की गिनती को चक्रवार घोषित किया जाएगा। लिहाज ये संदेह पैदा हो रहा है कि कहीं इस पत्र की आड़ में परिणामों की चक्रवार घोषणा रोककर भाजपा के प्रत्यशियों को जिताने की कोई साजिश तो नही हो रही है। उन्होंने कहा कि कल सपा के प्रतिनिधिमंडल ने इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग से मुलाक़ात भी की है।

पांडेय ने कहा कि समाजवादी पार्टी की राज्य निर्वाचन आयोग से मांग है कि वो ये सुनिश्चित करें कि प्रत्येक जिले में प्रत्येक राउंड की मतगणना हो जाने के तत्काल बाद उसकी घोषणा की जाये और जो निर्वाचन नियमावली में है कि आरओ टेबिल पर जो चार्ट तैयार किया जायेगा उस पर रिटर्निग आफिसर और इलेक्शन एजेंट के हस्ताक्षर करायें जाये और उसकी एक कापी इलेक्शन एजेंट को उपलब्ध कराये जायें ताकि मतगणना की निष्पक्षता बनी रहे।


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