सीतापुर स्थित नैमिषारण्य में जल्द ही वेद विज्ञान केंद्र की स्थापना की जाएगी- सीएम योगी
फाइल फोटो


सीतापुर स्थित नैमिषारण्य में जल्द ही वेद विज्ञान केंद्र की स्थापना की जाएगी। श्रृद्धालुओं के नैमिषारण्य तक आसानी के साथ पहुंचने के लिए सरकार की तरफ से लखनऊ से सीतापुर के बीच इलेक्ट्रिक बसों को चलाने की तैयारी की जा रही है। इसका ट्रायल पूरा कर लिया गया है। पर्यटकों की सुविधा के लिए नैमिषारण्य में पर्यटक पुलिस की तैनाती की जाएगी।

नैमिषारण्य के समग्र विकास के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक करके नैमिषारण्य परियोजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने परियोजना के तहत किए जा रहे कामों की प्रगित की भी जानकारी ली। योगी ने कहा कि नैमिषारण्य के समग्र विकास के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

88 हजार ऋषियों की पावन तप स्थली नैमिषारण्य प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों में शामिल

नैमिषारण्य धाम व आस-पास के पर्यटक स्थलों के जीर्णोद्धार व नवनिर्माण तथा सुंदरीकरण के कामों को जल्द से जल्द पूरे करने के निर्देश देते हुए कहा कि 88 हजार ऋषियों की पावन तप स्थली नैमिषारण्य देश के प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों में शामिल है। सरकार ने हाल ही में नैमिषारण्य धाम तीर्थ विकास परिषद का गठन किया है। यहीं पर हमारे 88 ऋषियों ने सनातन ज्ञान को लिपिबद्ध करने का कार्य किया था।

खगोलशास्त्र के विद्यार्थियों के लिए यहां वेधशाला की होगी स्‍थापना

मुख्यमंत्री ने़ कहा कि वेद विज्ञान अध्ययन केन्द्र की स्थापना के बाद वेदों एवं पुराणों में संरक्षित ज्ञान को आम जन के बीच ले जाने हेतु अध्ययन कार्य किया जा सकेगा। वेद विज्ञान केंद्र में प्रशासनिक भवन, शैक्षणिक भवन, गुरुकुल, योगशाला, यज्ञशाला, मंदिर का निर्माण किया जाएगा। खगोलशास्त्र के विद्यार्थियों के लिए यहां वेधशाला भी स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने स्वदेश दर्शन-2 में नैमिषारण्य का चयन किया है। मुख्यमंत्री ने नैमिषधाम में होटल व धर्मशालाएं खोले जाने के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि निर्माणाधीन हेलीपोर्ट सहित परियोजना का काम सितंबर तक पूरा करवाया जाए।

मां ललिता देवी मंदिर में कारीडोर निर्माण के ल‍िए मांगा प्रस्‍ताव

नैमिषारण्य स्थित मां ललिता देवी मंदिर में पर्यटकों व श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर कारीडोर निर्माण कराए जाने के भी निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जल्द से जल्द प्रस्ताव तैयार करके उसकी मंजूरी लेकर काम शुरू करवाया जाए। मंदिर का प्रवेश द्वारा भव्य रूप में निर्मित करने व पंचमुखी प्लाज़ा का निर्माण तेजी से पूरा करने के निर्देश भी योगी ने दिए। परियोजना के तहत नैमिषारण्य-मिश्रिख में चक्रतीर्थ के प्रमुख प्रवेश द्वारों व अन्य द्वारों को कारीडोर के रूप में विकसित किया जाएगा।


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