भीषण गर्मी पड़ने से लोगों की मौत,अस्पताल पहुंचने से पहले ही तोड़ा दम
फाइल फोटो


भीषण गर्मी के कारण लोगों के बीमार पड़ने का सिलसिला जारी है। 24 घंटे के भीतर महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी में पहुंचने से पहले ही विभिन्न रोगों के लक्षण वाले नौ और लोगों की मौत हो गई। इनके नाम व पता रजिस्टर में दर्ज हैं। राहत की बात यह है कि उपचार के दौरान एक भी रोगी की मौत नहीं हुई। 

मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में सोमवार दोपहर 12 बजे से मंगलवार दोपहर 12 बजे तक कुल 285 लोगों को गंभीर हालत में लाया गया व उनका उपचार किया गया, इनमें सोमवार रात 12 बजे से मंगलवार दोपहर 12 बजे तक 151 रोगी शामिल थे।

इन लोगों की हुई मौत

सोमवार की सुबह 9.45 बजे से मंगलवार की सुबह 9.45 बजे के बीच कुल नौ लोग मृत अवस्था में लाए गए। इनमें अलग-अलग लक्षणों वाले रोगी शामिल थे। मृतकों में भटवलिया के 40 वर्षीय राजू लोचन, सिवान के गुदरीपाली (मैरवा) के रहने वाले 45 वर्षीय मुन्ना कुमार, लंगड़ी देवरिया की पतिराजी देवी, गौरीबाजार के गौरीबुजुर्ग गांव के 62 वर्षीय रविंद्र प्रताप मिश्र, सोनाड़ी गांव के 60 वर्षीय दीनानाथ, भाटपाररानी के कुंकुरघाटी के 85 वर्षीय सच्चिदानंद, अगस्तपार गांव के 84 वर्षीय पृथ्वीनाथ पांडेय, खुखुंदू की 35 वर्षीय अमीना, असनहर गांव की 14 वर्षीय मुस्कान शामिल हैं।

बदली थी इमरजेंसी की व्यवस्था

मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी की व्यवस्था मंगलवार को बदली-बदली दिखी। रोगियों को गर्मी से राहत देने के लिए चार कूलर का इंतजाम किया गया था। दोनों वार्डों, बरामदे व गैलरी में एक-एक कूलर लगाए गए थे। प्रधानाचार्य डाॅ. राजेश बरनवाल ने साफ-सफाई व अन्य व्यवस्था का जायजा लिया। फिजिशियन डॉ. विजय गुप्ता ने ओपीडी से आकर इमरजेंसी में भर्ती कई रोगियों को देखा। गर्मी को देखते हुए इमरजेंसी में एसी लगाने की आवश्यकता जताई जा रही है।

इमरजेंसी में पूरे दिन रही रोगियों की भीड़ 

इमरजेंसी में मंगलवार को पूरे दिन रोगियों की भीड़ देखी गई। सुबह की अपेक्षा दोपहर में रोगियों की तादाद अधिक उमड़ी।  अधिकतर रोगी बुखार, उल्टी, दस्त व पेट दर्द के आए। 

सांस व एलर्जी के रोगी पहुंचे

मेडिकल कॉलेज के ओपीडी में चेस्ट विभाग में दोपहर एक बजे तक 103 रोगी पहुंचे, जिसमें सांस फूलने, खांसी, एलर्जी व अस्थमा व ब्लड प्रेशर के रोगी शामिल थे।

दावा: मेडिकल कॉलेज में जून में हुई 126 मौतें

मेडिकल कॉलेज प्रशासन का दावा है कि एक जून से 18 जून तक विभिन्न कारणों से मेडिकल कॉलेज में भर्ती 126 लोगों की मौत हुई है, जिसमें हीट स्ट्रोक (संदिग्ध रूप से) से चार की मौत हुई है, जबकि सांस संबंधी दिक्कतों से 24, किडनी की बीमारी से एक, स्ट्रोक/सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट से 38, हार्ट अटैक से 13, ट्रामा से छह, जहर खाने से तीन, अल्कोहल पॉइजनिंग अधिक शराब पीने से एक, शाक विद मल्टी ऑर्गन फेल्योर से 36 शामिल हैं।


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