2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी विपक्षी पार्टियां, अखिलेश ने बताया पीडीए मतलब
अखिलेश यादव


लखनऊ : अगले साल होने वाले 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए विपक्षी दल एकजुटता पर जोर दें रहे है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीडीए के अर्थ को लेकर कहा पीडीए मतलब पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक है। अखिलेश यादव एनडीए के मुकाबले पीडीए उतारना चाहते हैं। 23 जून को बिहार के पटना में नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों की मीटिंग बुलाई है। विपक्षी बैठक में 15 पार्टियों के शामिल होने की बात कही जा रही है।


बैठक में बीजेपी को लोकसभा चुनाव में हारने को लेकर रणनीति पर चर्चा हो सकती है। अखिलेश यादव ने आज बुधवार को ट्वीट कर कहा,पीडीए मूलरूप से पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक के शोषण, उत्पीड़न व उपेक्षा के खिलाफ उठती हुई चेतना और समान अनुभूति से जन्मी उस एकता का नाम है, जिसमें हर वर्ग के वे सब लोग भी शामिल है, जो मानवता के आधार पर नाइंसाफी के खिलाफ है। 

अखिलेश ने भाजपा के खिलाफ देश के विपक्षी दलों को संदेश दिया कि समय आ गया है कि  विपक्षी पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सब पीडीए से जुड़ें। खयाल अच्छा है ,मगर धरातल पर उतरने के लिए समन्वयक की भूमिका में आना होगा। 1977 में जेपी जैसी शख्सियत थी जिसने खुद को किसी पद या लोभ के अगुवाई की और कांग्रेस को पराजय का मुंह देखना पड़ा था। स्वयं आयरन लेडी इंदिरा गांधी को पराजित होना पड़ा था। आज फिर जरूरत एक अदद श्जेपीश् जैसी लीडरशिप की आ पड़ी है। राजनीति में न श्ईगोश् के लिए जगह है न क्रोध खातिर स्थान। दोनों बीमारियों से इतर कुछ विपक्ष सोचे तो बात अलग हो सकती है।

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