उत्तर प्रदेश में अधिक से अधिक विदेशी निवेश लाने की तैयारी
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लखनऊ 19 : वैश्विक निवेश सम्मेलन में आए रिकॉर्ड 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों से उत्साहित योगी सरकार ने अब अधिक से अधिक विदेशी निवेशकों को लाने की तैयारी की है। यूपी को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का सबसे बड़ा केंद्र बनाने के लिए अलग से नीति लाने की तैयारी की जा रही है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औद्योगिक विकास को लेकर हुई महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में इस संबंध में निर्देश दिए। सीएम आवास पर हुई बैठक में औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी व अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह के अलावा करीब एक दर्जन विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री ने वैश्विक निवेश सम्मेलन के प्रस्तावों को जल्द से जल्द धरातल पर उतारने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा यूपी को उद्योगों का गढ़ बनाने और विश्व स्तर पर धमक बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लाने पर जोर दिया।

उन्होंने बताया कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए अलग से नई नीति लाने या वर्तमान औद्योगिक नीति में अलग से व्यवस्था करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। जल्द ही भूमि पूजन समारोह की तारीख भी तय होगी। खास बात ये है कि पिछले छह साल में यूपी विदेशी निवेशकों की पहली पसंद बनकर उभरा है। जहां 25 से ज्यादा देशों ने 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के मुताबिक प्रदेश में विदेशी कंपनियों की करीब 50 परियोजनाओं पर काम चल रहा है।

बैठक में औद्योगिक इकाई लगाने के लिए जमीन की उपलब्धता में कोई कमी न आने के निर्देश दिए गए। औद्योगिक विकास प्राधिकरणों द्वारा लैंड बैंक के सृजन और आवंटन की रिपोर्ट रखी गई। औद्योगिक निवेश नीति के तहत फास्ट ट्रैक आवंटन, फार्मा पार्क और बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के गठन पर भी चर्चा हुई।


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