भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) की उपलब्धियाँ
फाइल फोटो


बंगलूरू : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) देश का प्रतिष्ठित वैज्ञानिक संस्थान है ।इस साल यह कई अहम मिशन लॉन्च करने जा रहा है। इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने रविवार को इसकी जानकारी दी। बता दें कि इसरो ने रविवार को फिर से एक उपलब्धि हासिल करते हुए पीएसएलवी-सी56 रॉकेट से सिंगापुर के सात सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक विभिन्न कक्षाओं में स्थापित किया। इस दौरान इसरो अध्यक्ष ने बेंगलुरु स्थित मुख्यालय में इसरो के भविष्य के मिशन के बारे में जानकारी दी।

एस सोमनाथ ने कहा कि ‘इस साल ही हम कई अहम मिशन को अंजाम देंगे। पीएसएलवी फिर से उड़ान भरेगा और अगस्त या सितंबर में हम फिर से पीएसएलवी मिशन को लॉन्च करेंगे। गगनयान का परीक्षण वाहन भी इस साल तैयार हो जाएगा, जिसे फिलहाल इंटीग्रेट किया जा रहा है। बता दें कि गगनयान प्रोजेक्ट के तहत इसरो तीन सदस्यों के क्रू को तीन दिन के मिशन के लिए 400 किलोमीटर दूर पृथ्वी की कक्षा में भेजेगा और फिर उन्हें सुरक्षित जमीन पर उतारेगा। क्रू सदस्यों की समुद्र में लैंडिंग होगी।’

उल्लेखनीय है कि इसरो ने बीती 14 जुलाई को ही चंद्रयान-3 मिशन लॉन्च किया है और इस मिशन के चलते सतीश धवन स्पेस सेंटर में काफी गतिविधियां चल रही हैं। चंद्रयान-3 मिशन को योजना के तहत एक अगस्त को पृथ्वी की कक्षा छोड़कर चांद की कक्षा में दाखिल होना है। चंद्रयान 3 मिशन को 23 अगस्त को शाम 5.47 बजे चांद की सतह पर उतरना है। एस सोमनाथ ने बताया कि हम इस साल एसएसएलवी को भी लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। साथ ही इनसैट-3डीएस के लिए जीएसएलवी को भी लॉन्च किया जाना है। बता दें कि एसएसएलवी इसरो का छठा लॉन्च वाहन है और अगस्त 2022 और इस साल फरवरी में इसकी डेवलेपमेंट उड़ानें हो चुकी हैं।


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