अगर हो रहे हैं आपको ऐसे दर्द तो हो जाएं सतर्क
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक हृदय संबंधी बीमारियां, जिनमें कोरोनरी हार्ट डिजीज, सेरेब्रोवास्कुलर डिजीज जैसी घातक हृदय जटिलताएं शामिल हैं, एक साल में करीब 18 मिलियन लोगों की जान ले लेती हैं।

दिल की बीमारियों से होने वाली मौतों की इतनी बड़ी संख्या की वजह इस बीमारी के बारे में जागरूकता की कमी है। लोग बीमारी के छोटे-छोटे संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं और सिर्फ जब बीमारी गंभीर रूप से हानिकारक स्तर में पहुंच जाती है, तब वे मेडिकल हेल्प लेते हैं। ऐसे में इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे दिल का दौरा पड़ने पर सीने में कैसा दर्द होता है।

सीने के बाईं ओर दर्द

दिल का दौरा पड़ने पर सीने के दर्द की एक विशेष पहचान छाती के बीच में या बाईं तरफ हल्की असुविधा महसूस होना है। हालांकि, अगर सीने में बाईं ओर दर्द हो तो घबराना नहीं चाहिए। यह एक आम धारणा है कि छाती के बाईं ओर होने वाला हर दर्द दिल का दौरा होता है।

सीने में जलन और तेज दर्द

दिल के दौरे से जुड़ा सीने का दर्द तेज दर्द जैसा महसूस होता है। ऐसा महसूस होता है जैसे छाती पर अचानक बहुत ज्यादा दबाव पड़ रहा हो। दबाव वाले इस दर्द की वजह से व्यक्ति को असहज महसूस होता है। कई मामलों में लोगों को सीने में जलन का अनुभव होता है।

शरीर के अन्य अंगों में दर्द

दिल के दौरे का एक और विशिष्ट संकेत यह है कि यह दर्द अक्सर शरीर के दूसरे अंगों की ओर बढ़ता है। यह दर्द आमतौर पर छाती में शुरू होता है और गर्दन, पीठ, बांहों और कंधों तक फैल जाता है। दिल का दौरा पड़ने पर व्यक्ति को जबड़ों में भी दर्द महसूस होता है।

कुछ देर तक रहता है दर्द

यह दर्द कुछ मिनट तक रहता है। कई मामलों में यह अपने आप चला जाता है और वापस आ जाता है। यदि आपको छाती के बाईं ओर कोई दर्द या जकड़न महसूस हो रही है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

हार्ट अटैक के अन्य संकेत

दिल के दौरे के दौरान, सीने में दर्द के अलावा अन्य कई संकेत भी नजर आते हैं। इस दौरान यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि अगर व्यक्ति को सांस लेने तकलीफ, पसीना, मतली और उल्टी के साथ-साथ छाती में कुछ कुचलने जैसा महसूस हो रहा है, तो जल्द से जल्द मेडिकल हेल्प लें।

"मैं जवान हूं, मुझे दिल का दौरा नहीं पड़ सकता" या "मेरे परिवार में किसी को दिल का दौरा नहीं पड़ा। "

ये हार्ट अटैक से जुड़े ये कुछ ऐसे मिथक हैं, जो लोगों को अक्सर इसे नजरअंदाज करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। आजकल कम उम्र के लोगों को भी दिल का दौरा पड़ रहा है। खाने-पीने की गलत की आदतें, धूम्रपान और शराब पीने जैसे कई जोखिम कारक हैं, जो लोगों में हृदय संबंधी समस्याओं को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि इसे अनदेखा किए बिना समय-समय पर डॉक्टर से संपर्क करते रहें।


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