लालू प्रसाद यादव पहुंचे अपने पैतृक गांव, पंच मंदिर में पत्नी राबड़ी देवी संग कर रहे पूजा-अर्चना
फाइल फोटो


विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए का संयोजक कौन बनेगा, तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं, इन सवालों का राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार को खुलकर जवाब दिया। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने फुलवरिया में अपने पैतृक गांव में कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए में एक नहीं, अनेक संयोजक (कन्वेनर) बनेंगे।


मुख्यमत्री नीतीश कुमार संयोजक बनेंगे

लालू मंगलवार को अपने गांव गोपालगंज के फुलवरिया में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उनसे प्रश्न पूछा गया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आईएनडीआईए के संयोजक बनेंगे? उन्होंने कहा कि कोई भी कन्वेनर (संयोजक) बन सकता है। सबकी सहमति से यह तय होगा।


लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आईएनडीआईए की मुंबई में होने वाली बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला भी तय हो जाएगा।

फार्मूला यही कि जो दल जिस सीट पर मजबूत है, चुनाव लड़े। असल मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को केंद्र की सत्ता से हटाना है।

संविधान की रक्षा और देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को बरकरार रखना है। हमें उम्मीद है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में यह लक्ष्य हासिल हो जाएगा।

कार्यकर्ता चाहते हैं कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनें : यादव

राजद अध्यक्ष ने कहा कि उनके पुत्र और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार की जगह मुख्यमंत्री बनाना अभी लक्ष्य नहीं है। हां, हमारे कार्यकर्ता चाहते हैं कि तेजस्वी मुख्यमंत्री बनें।

उन्होंने इस चर्चा को नकार दिया कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए नीतीश कुमार से उनकी कोई डील हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेचैन हैं।

लाल किले से झंडा कौन फहराएगा? बोले- हम भाजपावालों से अधिक देवी भक्त

मोदी कह रहे हैं कि 2024 में भी लालकिला से झंडा फहराएंगे। कौन झंडा फहराएगा, यह देश की जनता तय करेगी। लालू ने कहा कि हमलोग भाजपावालों से अधिक देवी भक्त हैं।

हनुमानजी तो भाजपा से नाराज हो गए हैं, तभी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार हो गई। लालू ने कहा कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा, यह निर्णय चुनाव के बाद होगा।

डरते नहीं, लड़ाकू हैं- राबड़ी

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इस दौरान कहा कि हम लोग जनता के लिए लड़ने वाले लोग हैं। लड़ाकू हैं। सीबीआई जमानत समाप्त करा दे। लालू प्रसाद को फिर से जेल में डाल दे। जहां रखना है, रखे। इससे फर्क नहीं पड़ेगा।


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