शून्य से शिखर तक की यात्रा का उदाहरण है सिंधी समाज :योगी आदित्यनाथ
फाइल फोटो


लखनऊ। सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया यूथ विंग के उत्तर प्रदेश चैप्टर द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सिंधी अधिवेशन में दूसरे दिन होटल होलीडे इन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के नामचीन छह हस्तियों को सम्मानित  किया। विशिष्ट अतिथि शिव शान्ति आश्रम के शहजादा साईं मोहन लाल साहब थे।

सबसे पहले मुख्यमंत्री ने भगवान झूलेलाल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। फिर दस राज्यो के प्रतिनिधियों  ने एम पी के जितेंद्र जगवानी, मुंबई के गुरमुख जगवानी, साउथ अफ्रीका के पीटर डलवानी, छत्तीस गढ़ के ललित जय सिंह, गुजरात के सुनील रावतानी, दिलीप लाला, रोशन तोलानी, रमेश कोलानी, महेश और अनिल चुग ने मुख्यमंत्री को सम्मानित किया।



मुख्यमंत्री ने  25 बार के विलियर्ड्स चैंपियन पदम भूषण पंकज अडवानी, इंदौर के सांसद शंकर लालवानी,  लधानी ग्रुप के एस एन लधानी, टेक महिंद्रा के राजेश चंदरमानी, युवा उद्यमी सोनाक्षी नथानी और राम जावरानी को उनकी विशेष उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया।

आयोजक मंडल के वीरेंद्र खत्री ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री का समाज के लिए प्यार का आभार व्यक्त किया। यदि दुनिया में इस प्रकार के नेता हो तो जन कल्याण सुनिश्चित है। विवेक लधानी ने संपूर्ण अधिवेशन के कार्यक्रम की जानकारी दी। इस अधिवेशन का उद्देश्य सिन्धी संस्कृति को युवाओं में जगाए रखना, युवाओं की आकांक्षाओं के लिए अग्रणीय उद्यमियों तथा कई क्षेत्रों के उत्कृष्ट कार्य करने वालों की शिरकत हुई। इन महानुभाव ने अपनी जीवन यात्रा सुनाई। जिससे समाज के युवा प्रेरित हुए। 

अधिवेशन में जब मुख्यमंत्री ने कहा कि 500 वर्षो के बाद अगर राम जन्म भूमि पर राम मंदिर बन सकता है तो कोई कारण नहीं की हम सिंध वापस न ले पाए तो इस बात पर सभी में जोश भर गया और पूरा हाल जय श्रीराम से गूंज गया। 

उन्होंने कहा कि इतिहास के बारे में हमें लोगो को बताना चाहिए। शून्य से शिखर तक की यात्रा का सिंधी समाज उदाहरण है। हर क्षेत्र में सिंधियों ने उत्कृष्ट कार्य किया। शहीद हेमू का बलिदान भी हम सभी के लिए प्रेरणा श्रोत है। अखंड भारत का हिस्सा रहे सिंधी समुदाय दुर्भाग्य पूर्ण विभाजन का सबसे बड़ा शिकार है,। लेकिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। सदैव राष्ट्र प्रथम होना चाहिए। 

धन्यवाद ज्ञापन देते हुए विनोद पंजाबी ने आए सभी अतिथियों और मुख्यमंत्री को समाज की ओर से धन्यवाद दिया। उन्होंने अवगत कराया कि सिंधी समुदाय पूर्ण रूप से उजड़ने के बाद विस्थापित हुआ। उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री जी से अपील की कि सिंधी समाज को राजनीत में उचित भागीदारी दी जाए। जिससे इस क्षेत्र में भी उत्कृष्ट योगदान दे सके।

अधिवेशन में जे पी नागपाल, मयंक सेहता, इंदर नारंग, रतन मेघानी, हंसराज राजपाल, अतुल राजपाल,  रवि भवनानी, मुरली अदनानी और मोहन दास लधानी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।अधिवेशन में 17 राज्यों और 75 जिलों के साथ ही साउथ अफ्रीका, दुबई और सिंगापुर से सिंधी समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस मौके पर संगीत एवम सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। सरकार अगर विलियडर्स को बढ़ावा देगी तो पंकज देंगे कोच अधिवेशन में आए लगातार 25 बार विलियर्ड्स विश्व चैंपियन पंकज अडवानी ने कहा कि अगर सरकार इस खेल की एकेडमी बनाएगी तो हम पूरा सहयोग करेंगे।


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