गाजा में हालात बद से बदतर, दूध के लिए तरस रहे मासूम, पीने का पानी तक नहीं है नसीब
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गाजा : इजरायल-हमास के बीच जारी संघर्ष के एक सप्ताह बाद हालात बद से बदतर हो गए हैं। इजराइल के लगातार हमले और गाजा छोड़कर जाने के ऐलान के बाद से वहां भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं। वहां बच्चे दूध के लिए तरस रहे हैं, आम लोगों की रोजमर्रा की चीज जैसे ब्रेड, अंडे तक नसीब नहीं हो रहे हैं। इतना ही नहीं लोगों को पीने के पानी की भी कमी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली नहीं होने से फोन तक चार्ज नहीं हो पा रहे।

हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा में खाद्य आपूर्ति रोकने और बिजली काटने के लिए संपूर्ण नाकाबंदी कर दी है। इसके कारण दुकानों में कई सामान खत्म हो रहे हैं। दक्षिण गाजा के खान यूनिस में मौजूद इयाद अबू मुतलक ने कहा कि यहां बिजली, भोजन और पानी हर चीज की दिक्कत है। ऊपर वाला ही इस समस्या को सुलझा सकता है। उन्होंने कहा कि वह चार बेकरी देखकर यहां आए हैं। कहीं तो ब्रेड नहीं है तो कहीं इतनी लंबी कतार है कि इसका मिलना मुश्किल लग रहा है।

दक्षिणी गाजा में लोगों की बाढ़ सी आ गई है, क्योंकि इजरायल ने शुक्रवार को कहा था कि गाजा के उत्तर में रहने वाले दक्षिण में चले जाएं। खान यूनिस में मौजूद अम सलेम ने कहा कि यहां भोजन के लिए तरस रहे हैं। अंडा, चावल, केन फूड कुछ भी नहीं मिल रहा है। यहां तक की बच्चे का दूध भी नसीब नहीं हो रहा है।  वहीं, इजरायल ने कहा है कि उसने लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए उत्तर छोड़ने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि वे संघर्ष में न फंसें।

इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल से गाजा में मानवतावादी कदम उठाने का आग्रह किया है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए के कमिश्नर जनरल फिलिप लाजारिनी ने कहा कि लोगों के लिए पानी आखिरी लाइफ लाइन है। मैं अपील करता हूं कि मानवीय सहायता के लिए अब घेराबंदी हटाया जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो लोग डिहाइड्रेशन से मरने लगेंगे। इनमें छोटे बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल हैं।

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