अम्बेडकर बौद्ध शिक्षा निकेतन में हुई ह्यूमन स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट की संगीतमय प्रस्तुति
फाइल फोटो


लखनऊ, शनिवार 28 अक्टूबर। संस्कृति विभाग के सहयोग से ह्यूमन स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट संस्था द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम "सब का अभिमान अम्बेडकर महान" का आयोजन शनिवार 28 अक्टूबर को चिनहट के अम्बेडकर बौद्ध शिक्षा निकेतन में किया गया। उसमें आगंतुकों ने बाबा साहेब के एक से बढ़कर एक प्रेरक गीतों और भाव नृत्यों का आनंद लिया। “अंबेडकर महान जैसा कोई शिल्पकार नही” गीत के माध्यम से बाबा साहेब के महान योगदान को नमन किया गया।

इस अवसर पर संस्था के सलाहकार विजय कुमार मधुकर ने बताया कि विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक भीमराव रामजी अम्बेडकर ने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया वहीं अछूतों, श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया था। स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि और न्याय मन्त्री बनने के साथ ही बाबा साहेब भारतीय, संविधान के जनक और भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे। साल 1990 में, उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न, से मरणोपरांत सम्मानित किया गया गया। अम्बेडकर विदेश से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की डिग्री लेने वाले पहले भारतीय थे। उन्होंने भारत में प्राथमिक उद्योग के रूप में कृषि में निवेश पर बल दिया था। बाबा साहेब वास्तव में समान नागरिक संहिता के पक्षधर थे और कश्मीर के मामले में धारा 370 का विरोध करते थे।



सांस्कृतिक कार्यक्रम में आमंत्रित गायिका - प्रियंका, दीपाली निगम और विभा ने गीतों के माध्यम से बाबा साहेब के अमर योगदान को याद किया। उन्होंने “अंबेडकर महान जैसा कोई शिल्पकार नही” सुनाकर प्रशंसा हासिल की। इस क्रम में उन्होंने “मेरे प्यारे अंबेडकर” और “धन्य धन्य हो मेरे प्यारे अंबेडकर” जैसे कई गीत सुनाए। इन मधुर गीतों पर जय कुमारी, लवली, मनीषा यादव, अंजली, ऐश्वर्या के नृत्य दल ने मनभावन नृत्य कर प्रशंसा हासिल की। कीबोर्ड पर शंकी और ढोलक-रजत और आक्टोपैड पर अभिषेक ने प्रभावी संगत दी।


इस अवसर पर संस्था के अध्यक्षा आशा कुमारी, नव अंशिका फाउंडेशन की अध्यक्षा नीशू त्यागी, थिएटर एवं फिल्म वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव दबीर सिद्दीकी सहित अम्बेडकर बौद्ध शिक्षा निकेतन विद्यालय के अध्यक्षा श्री तुलसी राम, सी.पी  अरूण, भीम प्रकाश,  श्रीमती गीता गौतम, माधुरी भारती, राम दास बोध बी आर कुरील , के साथ ही  प्रधानाचार्य संतोष कुमार, सहित स्कूल के अध्यापक, छात्र-छात्राएं और अभिभावक उपस्थित रहे।


अधिक राज्य/उत्तर प्रदेश की खबरें