लखनऊ : उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में दिल को झकझोर कर देने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल यहां अस्पताल में एम्बुलेंस न मिलने से एक भाई को अपनी बहन के शव को बाइक से ले जाना पड़ा. वीडियो में देखा जा सकता है भाई ने कैसे बहन के शव को अपनी पीठ पर दुपट्टे के सहारे बांध रखा है और उसके पीछे एक अन्य लड़की भी नजर आ रही जो शव को पकडे हुए हैं.
बता दें कि वीडियो इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला है. मामले में अब अस्पताल प्रशासन ने सफाई दी है. वहीं यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले का संज्ञान लिया है और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. मामला बिधूना नगर के किशनी रोड पूर्वी नवीन बस्ती का है. जहां 19 साल की अंजली करंट लगने से बेहोश हो गई थी. आनन-फानन में घरवाले उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. फिलहाल अस्पताल प्रशासन ने मामले में कहा कि मृतका के परिजन पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे. इसलिए वह डेड बॉडी को लेकर चले गए.
अस्पताल प्रशासन ने कहा कि मृतक लड़की का शव बाइक पर ले गए गए इस बारे में हमे बाद में पता चला है. हालांकि, बाद में कैमरे के सामने मृतका की मां और दूसरे रिश्तेदारों ने भी इस बात को स्वीकार किया कि वो अपनी मर्जी से शव को घर लाए थे. वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि यह स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही है. मृतका के परिजनों को एंबुलेंस मुहैया करवानी चाहिए.
मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ने बताया कि एंबुलेंस आदि की कोई मांग नहीं की गई थी. खुद मृतका के परिजनों ने पोस्टमार्टम ना कराने के लिए लिखकर दिया था. वो अपनी मर्जी से बॉडी लेकर गए थे. एंबुलेंस मुहैया ना कराने के आरोप सरासर गलत हैं. मृतका के भाई व बहन अपनी मर्जी से अंजली को बाइक से अपने घर लेकर गए.
अस्पताल प्रशासन ने कहा कि मृतक लड़की का शव बाइक पर ले गए गए इस बारे में हमे बाद में पता चला है. हालांकि, बाद में कैमरे के सामने मृतका की मां और दूसरे रिश्तेदारों ने भी इस बात को स्वीकार किया कि वो अपनी मर्जी से शव को घर लाए थे. वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि यह स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही है. मृतका के परिजनों को एंबुलेंस मुहैया करवानी चाहिए.
मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ने बताया कि एंबुलेंस आदि की कोई मांग नहीं की गई थी. खुद मृतका के परिजनों ने पोस्टमार्टम ना कराने के लिए लिखकर दिया था. वो अपनी मर्जी से बॉडी लेकर गए थे. एंबुलेंस मुहैया ना कराने के आरोप सरासर गलत हैं. मृतका के भाई व बहन अपनी मर्जी से अंजली को बाइक से अपने घर लेकर गए.